ग्वालियर। ग्वालियर-चंबल संभाग में सिंध, पार्वती चंबल सहित अन्य छोटी बडी नदियों में आई बाढ का प्रकोप जारी रहा। आज दतिया जिले के सेवढा में सिंध नदी पर बना पुल भी बह गया। जबकि कल रतनगढ़ और लांच में बने सिंध नदी के पुल बह गये थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज ग्वालियर आकर बाढ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि सरकार राहत उपायों में कोई कसर नहीं छोडेगी। उन्होंने बाढ प्रभावितों की हर संभव मदद के लिये निर्देश भी दिये। इधर ग्वालियर-झांसी मार्ग पर बने सिंध नदी के पुल में दरार आ जाने से उस पर भी यातायात बंद कर दिया है, वहीं शिवपुरी ग्वालियर के बीच रेल मार्ग की पटरी बह जाने से रेल यातायात भी बंद है।
ग्वालियर चंबल संभाग के १६०० से अधिक गांवों में बाढ के प्रकोप से जनजीवन अस्त व्यस्त है। यहां छोटी-बडी नदियां व नाले अपने रौद्र रूप में है। प्रशासन सहित सामाजिक संस्थायें व ग्रामीण प्रभावित लोगों को सुरक्षित निकालने व उनके भोजन पानी की व्यवस्थामें जुटे हैं। सेवा व एयरफोर्स के जवानों सहित एनडीआरएफ, की टीमों ने भी आज १००० से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल कर बाढ राहत कैंपों में पहुंचाया । सेवढा क्षेत्र के सनकुंआ जैसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थल पर सिंध नदी का पुल भी आज तेज बहाव को नहीं झेल सका। वह भी आधे से अधिक बह गया है।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को हवाई दौरा कर ग्वालियर एवं चंबल संभाग में बाढ़ से प्रभावित हुए चार दर्जन से अधिक गाँवों का जायजा लिया। इसके बाद ग्वालियर विमानतल पर वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ली। साथ ही निर्देश दिए कि पानी घटते ही जल्द से जल्द क्षति का आंकलन करें, जिससे प्रभावित लोगों को राहत दी जा सके। उन्होंने अतिवृष्टि एवं बाढ़ से अधोसंरचना को हुए नुकसान का आंकलन करने के निर्देश भी दिए। साथ ही कहा कि यदि राहत और बचाव कार्यों के लिये किसी मदद की जरूरत हो तो बताएँ, सरकार द्वारा इसकी पूर्ति की जायेगी।
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ग्वालियर एवं चंबल संभाग के बाढ़ प्रभावित गाँवों का जायजा लेने के लिये मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को दोपहर लगभग 1:30 बजे राजकीय विमान से राजमाता विजयाराजे सिंधिया विमानतल पर पहुँचे। चौहान यहाँ से हैलीकॉप्टर से रवाना हुए और ग्वालियर व दतिया जिले के बाढ़ प्रभावित गाँवों को देखते हुए उन्होंने खासकर शिवपुरी व श्योपुर जिले के बाढ़ प्रभावित गाँवों का लगभग दो घंटे तक हवाई जायजा लिया। चौहान ने हवाई दौरा कर ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी व श्योपुर जिले के लगभग चार दर्जन गाँवों का जायजा लिया।
बाढ़ प्रभावित गाँवों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर विमानतल पर ग्वालियर-चंबल संभाग आयुक्त सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली। चौहान ने पिछले दिनों से जारी अत्यधिक बारिश और बाढ़ से प्रभावित हुई सप्लाई चैन को जल्द से जल्द सुदृढ़ करने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा हमारी सप्लाई चैन इतनी मजबूत हो, जिससे लोगों को खाद्यान्न, पीने का साफ पानी व बिजली की आपूर्ति में कोई दिक्कत न हो। साथ ही सड़क आवागमन भी सुचारू बना रहे। चौहान ने कहा कि सभी बाढ़ प्रभावित गाँवों में अभियान बतौर लोगों की स्वास्थ्य की जांच कराएँ और दवाईयों का भरपूर इंतजाम करें।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक में कहा कि हालांकि सिंध, पार्वती व कूनों नदी का जल स्तर घटा है। फिर भी जल भराव एवं बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के दौरान भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसलिए विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। लोगों को फिर से निचले क्षेत्र में न जाने दें। साथ ही जिन घरों के आस-पास पिछले दिनों से पानी भरा है उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाएँ। श्री चौहान ने जोर देकर कहा कि राहत कैम्पों में अस्थायी रूप से जिन लोगों का पुनर्वास किया गया है वहाँ पर भोजन-पानी व आवास इत्यादि की बेहतर से बेहतर व्यवस्था रहे।
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक में कहा कि भारी बारिश से आई इस संकट की घड़ी में प्रदेश सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है। सरकार क्षति का आंकलन मिलते ही प्रभावित लोगों को राजस्व पुस्तक परिपत्र (आरबीसी 6 – 4) के तहत राहत देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। साथ ही नदियों में आई बाढ़ एवं भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हुए पुल-पुलियों एवं अन्य अधोसंरचना को दुरूस्त करने में भी सरकार धन की कमी नहीं आने देगी।
चंबल में बढ़ रहा है पानी, भिंड और मुरैना जिले में विशेष सर्तकता बरतें
मुख्यमंत्री चौहान ने बैठक में कहा कि चंबल नदी में लगातार पानी बढ़ रहा है। कोटा बैराज से छोड़े गये पानी से भी जल स्तर और बढ़ेगा। भिंड और मुरैना जिले के लिये यह चिंता का विषय है। इसलिए संभावित बाढ़ प्रभावित वाले गाँवों के लोगों को सतर्क कर दें। साथ ही इन जिलों के निचले इलाकों में बसे गाँवों को खाली कराने का काम भी जारी रखें।
सुखद बात है हम लोगों को बचाने में सफल रहे
इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा सुखद बात है कि ग्वालियर व चंबल संभाग के बाढ़ प्रभावित गाँवों में चारों ओर पानी से घिरे लगभग 4 हजार लोगों को बचाने में हम सफल रहे हैं। ग्वालियर-चंबल संभाग के कुल 218 बाढ़ प्रभावित गाँवों में रेस्क्यू ऑपरेशन पूर्णत: सफल रहे। इन गाँवों में ग्वालियर संभाग के 150 व चंबल संभाग के 68 गाँव शामिल हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन को संयुक्त रूप से जिला प्रशासन, पुलिस, थल सेना, वायुसेना, सीमा सुरक्षा बल, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड और एयर फोर्स के हैलीकॉप्टर की मदद से अंजाम दिया जा रहा है। दोनों संभागों में अब कोई भी ऐसा गाँव नहीं हैं जहां के लोग पानी के बीच फँसे हों। कुल मिलाकर ग्वालियर एवं चंबल संभाग के लगभग 1200 गाँव बाढ़ एवं जल भराव से प्रभावित हुए हैं। इनमें से 218 गाँवों में रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। श्री चौहान ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में एसडीईआरएफ की 29 टीमें, एनडीआरएफ की 6 टीम, थम सेना के 4 कॉलम, एयर फोर्स के पाँच हैलीकॉप्टर तथा 115 नावों का उपयोग किया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा हैलीकॉप्टर के जरिए किए गए हवाई दौरे से ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी व श्योपुर जिले के लगभग चार दर्जन गाँवों का जायजा लिया। इनमें सिलपरी, हर्रई, बड़खड़ी, नरवर, मगरौनी, बैराड़, ज्वालापुर, मेवाड़ा, बहरावदा, ठेवला, गाजीगढ़, ककरूआ, धोबिनी, देवपुर, अहिल्यापुर, बरोद, बरखेड़ा, नरैया खेड़ी, सिलपुरा, बुधोनी, बघोदा, हुसैनपुर, जौराई, आनंदपुर, जरियाकलां, बामनपुर, मादीखेड़ा, गोरा, मोहारा, कोलारस, पनवाड़ी, देहरदा, डागोर इत्यादि ग्राम शामिल हैं।
बैठक में इनकी रही मौजूदगी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ग्वालियर विमानतल पर ली गई बैठक में पूर्व मंत्री श्रीमती माया सिंह, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एम. शैलवेन्द्रम, संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना, प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक चंबल सचिन अतुलकर, कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक अमित सांघी एवं नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। साथ ही भाजपा जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी एवं साडा के पूर्व अध्यक्ष राकेश जादौन सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
विमानतल पर मुख्यमंत्री चौहान से सौजन्य भेंट करने पूर्व विधायक रामबरन सिंह गुर्जर व मदन कुशवाह तथा सर्वश्री जयप्रकाश राजौरिया, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, दीपक शर्मा व आशीष प्रताप सिंह राठौड़ सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण भी पहुँचे थे।