नेमावर। एक बार फिर से बने सिस्टम के बाद प्रदेश के कई जिलों में रूक-रूक कर बारिश का दौर चल रहा है। लगातार हो रही तेज बरसात के कारण खासतौर पर उज्जैन संभाग में बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं. उज्जैन के साथ ही देवास, रतलाम, शाजापुर ओर आगर-मालवा में बारिश हो रही है। हालांकि उज्जैन में क्षिप्रा और चंबल नदियों का जलस्तर फिलहाल सामान्य बना हुआ है, लेकिन अन्य जगहों पर नदियां उफान पर हैं।

देवास जिले के नेमावर में नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ते जा रहा है। जलस्तर बढ़ने के साथ ही प्रशासन ने यहां अलर्ट जारी कर दिया है। नेमावर थाना प्रभारी टीआइ राजाराम वास्कले ने बताया कि, नर्मदा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, इसलिए लोगों को तटों पर नहीं जाने की सलाह दी जा रही है। पुलिस और एनडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है।

दरअसल जबलपुर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद और हरदा जिलों में बारिश के कारण नर्मदा के जलस्तर में यह बढ़ोतरी हुई है। अभी तवा बांध और बरगी बांध के गेट खोले जाने की स्थिति नहीं बनी है लेकिन नेमावर में अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। हरदा जिले के नर्मदा तट हंडिया में भी लोगों को तटों पर जाने से रोका जा रहा है।

 मंदसौर में भी शिवना के जलस्तर में बढ़ोतरी चल रही है। पहाड़ी इलाकों मेे बारिश के बाद नदी में पानी तेजी से बढ़ रहा है। उज्जैन में क्षिप्रा और चंबल नदियों का जलस्तर फिलहाल सामान्य बना हुआ है। 3 दिन पूर्व लगातार और तेज बारिश के कारण हालांकि उज्जैन में क्षिप्रा के तट पर स्थित कई मंदिर जलमग्न हो चुके थे। निचले इलाकों पर लगातार निगाह रखी जा रही है।

इधर श्योपुर जिले में भी मानसूनी सिस्टम सक्रिय होने से एक बार फिर सावन की झड़ी लग गई है। बीती रात से ही हो रही लगातार बारिश से एक बार फिर नदियां उफान पर आ गई। वहीं कूनो नदी फिर से अपने रौद्र रूप में है, जिसके कारण कई स्थानों से संपर्क टूट गया है। लगातार हो रही बारिश से श्योपुर-शिवपुरी हाइवे पर ग्राम गोरस की सीप नदी पर स्थित पुल क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं मौसम विभाग ने श्योपुर जिले में 24 घंटे का रेड अलर्ट जारी कर भारी बारिश की चेतावनी दी है। प्रदेश के 15 जिलों में बारिश की चेतावनी दी गई है।

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