नई दिल्ली। सोमवार को अपनी सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर राज्य में कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे। इसी मौके पर बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर ही दिया।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को CM पद से इस्तीफा दे दिया। येदियुरप्पा ने इस्तीफे का ऐलान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं हमेशा अग्निपरीक्षा से गुजरा हूं। कुछ ही देर बाद उन्होंने राजभवन पहुंचकर गवर्नर को इस्तीफा सौंप दिया। उनका इस्तीफा मंजूर भी कर लिया गया है। हालांकि, नए मुख्यमंत्री के ऐलान तक वे कार्यकारी मुख्यमंत्री बने रहेंगे।

इसके बाद उन्होंने कहा कि उन पर हाईकमान का कोई प्रेशर नहीं है। मैंने खुद इस्तीफा दिया। मैंने किसी नाम को नहीं सुझाया है। पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करूंगा। कर्नाटक की जनता की सेवा का मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का शुक्रिया।

येदियुरप्पा सबसे पहले 12 नवंबर 2007 को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने, लेकिन महज सात दिन बाद 19 नवंबर 2007 को ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद 30 मई 2008 को दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते इस बार 4 अगस्त 2011 को इस्तीफा दिया। तीसरी बार 17 मई 2018 को मुख्यमंत्री बने और फिर महज छह दिन बाद 23 मई 2018 को इस्तीफा हो गया। चौथी बार 26 जुलाई 2019 को मंख्यमंत्री बने और ठीक दो साल बाद इस्तीफा दे दिया।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, कर्नाटक के भाजपा प्रभारी अरुण सिंह और गृह मंत्री अमित शाह नए मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा कर रहे हैं। इस बीच येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी के तौर पर केंद्रीय कोयला, खनन व संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री लक्ष्मण सवदी, संगठन महासचिव बीएल संतोष और प्रदेश सरकार में खनन मंत्री व उद्योगपति एमआर निरानी का नाम आगे चल रहा है। हालांकि, जोशी ने कहा कि उनसे इस बारे में अभी तक शीर्ष नेतृत्व ने कोई बात नहीं की है जबकि निरानी का कहना है कि पार्टी जो भी आदेश देगी, वह उसका पालन करेंगे।

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