ग्वालियर। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग भिण्ड (पीएचई) में 5 साल में हुए हैंडपंप खनन के मामलों की जांच के लिए कलेक्टर इलैया राजा टी ने एक जांच समिति का गठन किया है। भिण्ड एसडीएम बीबी अग्हिोत्री की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय इस जांच समिति को 10 दिन में पूरी जांच कर रिपोर्ट देनी होगी।
जिला योजना समिति की बैठक में भिण्ड विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह और लहार विधायक डॉं. गोविन्द्र सिंह ने प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री एवं भिण्ड जिले की प्रभारी मंत्री मायासिंह के समक्ष भिण्ड पीएचई में 49 करोड रुपए के घोटाले का मामला उठाया था। तथा किसी स्वतंत्र एजेंसी से इस घोटाले की जांच कराने की मांग की थी। प्रभारी मंत्री ने जांच कराने का आश्वासन के साथ ही प्रदेश के पीएचई मंत्री को पत्र लिखने की बात कही थी।
कलेक्टर ने कहा है कि जांच समिति को यह देखना होगा कि 5 साल में किन-किन स्थानों पर हैंडपंप का खनन किया गया है। मौके पर हैंडपंप हैं भी या नही या उन हैंडपंपों की स्थिति क्या हैं। हैंडपंप व नलकूपों के नाम पर कुल कितनी राशि खर्च की गई है।भिण्ड पीएचई में 49 करोड के घोटाले की जांच तो लोकायुक्त में चल रही है, लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर अभी तक दर्ज नहीं की गई है। लहार विधायक डॉं. गोविन्द्र सिंह ने कहा कि पीएचई अधिकारियों ने विधायक और सांसद निधियों से लगे हैंडपंपों को अपना बताकर पैसा निकाल लिया है। उन्होंने कहा कि लहार विकास खण्ड के अचलपुरा में 22 कुओं की मरम्मत के नाम पर 40 लाख रुपए निकाल लिए गए हैं जबकि गांव में कुओं की संख्या मात्र 2 है। जिला पंचायत सदस्य मानसिंह कुशवाह ने कहा कि अमायन की 14 नलजल योजनाएं चालू बताई जा रही हैं जबकि सभी बंद पडी है।
कलेक्टर ने कहा है कि जांच रिपोर्ट के बाद दोषी पाए जाने वाले संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों क ेखिलाफ बडी दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *