नई दिल्ली। सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित होते हैं। मंगलवार का दिन संकट मोचन हनुमान का माना जाता है। इस दिन बजरंगबली की पूजा-अर्चना करने से जीवन के सभी संकट दूर होने की मान्यता है। मंगलवार के दिन भक्त बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए पूजा-पाठ करने के साथ ही व्रत भी रखते हैं।
मंगलवार को ही क्यों की जाती है हनुमान जी की पूजा?
स्कंदपुराण और पौराणिक कथाओं के अनुसार, मंगलवार को बजरंगबली का जन्म हुआ था। इसके कारण यह दिन उन्हें समर्पित माना जाता है। हनुमान जी अपने भक्तों को संकट और कष्ट से मुक्ति दिलाते हैं। यही कारण है कि हनुमान जी को संकटमोचक भी कहा जाता है। मंगल ग्रह का भी सीधा संबंध हनुमान जी से है। यही कारण है कि हनुमान जी की पूजा मंगलवार को की जाती है। इस दिन हनुमान चालीसा और सुंदरपाठ करने से शुभ फलों की प्राप्ति होने की मान्यता है।
कब से शुरू करें मंगलवार व्रत?
शास्त्रों के अनुसार, किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले मंगलवार से यह व्रत आरंभ किया जा सकता है। अगर आप मन में कोई मनोकामना के साथ व्रत की शुरुआत करना चाहते हैं तो श्रद्धानुसार 21 या 45 मंगलवार व्रत का संकल्प लेना चाहिए। 21 या 45 मंगलवार व्रत रखने के बाद विधि-विधान से उद्यापन करना चाहिए।