जयपुर। एक दूल्हा चांद सी दुल्हन के साथ तमाम सपने संजो रहा था। रोका हो गया था। और भी दूसरे कार्यक्रम संपन्न हो चुके थे। शादी की तैयारियां हो चुकी थी और दुल्हन ने ऐसा कांड कर दिया कि दूल्हा क्या उसके दूर-दराज से आए रिश्तेदार भी हिल गए। इस शादी के लिए दलाल के जरिए 1.80 लाख रुपए में सौदा तय हो गया। इधर फेरे से एक दिन पहले दुलहन फरार हो गई।
दूल्हे और उसके परिवार का सपना तो चकनाचूर हुआ ही पैसे भी चले गए। दूल्हे और उसके परिजन थाने पहुंचे और लुटेरी दुल्हन के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया। बगरू में धोबियों का मोहल्ला के रहने वाले राजेश शर्मा की काफी समय से शादी नहीं हो पा रही थी। राजेश की मुलाकात दो माह पहले गणेश नारायण शर्मा से हुई। गणेश ने कहा कि उसे महाराष्ट्र में ब्राह्मणों की लड़की मिल जाएगी। इधर गणेश ने एक लड़की के बारे में बताया। शादी की बात सुनकर परिजन राजी हो गए।
लड़की दीपाली के पिता जगन्नाथ राय से उनके बीच में शादी की बात फाइनल हो गई। उसके बाद गणेश शर्मा ने शादी के लिए 1.80 लाख रुपए मांगे। तब राजेश ने अपनी मां के खाते से रुपए निकाल कर दे दिए। सांभर न्यायालय में जाकर 500 रुपए के स्टांप पेपर पर लिखा-पढ़ी की बात की गई। तीन दलाल, दूल्हा और दुल्हन स्टांप पेपर पर पूरी बातें लिखने के बाद दुल्हन को लेकर बगरू आ गए। दीपाली राजेश शर्मा के साथ उसके ही घर में रहने लगी थी।
इससे राजेश को उनके प्लान पर संदेह नहीं हुआ। 20 जून को मंदिर में शादी होनी थी। 19 जून को जब राजेश का पूरा परिवार सो रहा था तब रात में बालकनी से चुन्नी बांध कर दिपाली नीचे उतरी और रफूचक्कर हो गई। सुबह जब परिजन उठे तो उसे कमरे में न पाकर ढूंढने लगे। जब वो नहीं मिली तो राजेश ने तीनों दलालों गणेश शर्मा, विक्की शर्मा, मोहम्मद नजीर को फोन किया। पहले तो उन्होंने पैसे वापस करने की बात कही। बाद में पे टालमटोल करने लगे। इसके बाद फोन बंद लिया। फिर राजेश और उनका परिवार समझ गया कि वे शादी के नाम पर ठगी का शिकार हो गए हैं।