ग्वालियर युवक कांग्रेस के नेता तथा भिण्ड विधानसभा के उपाध्यक्ष शानू चौहान की हत्या के मुख्य आरोपी के नहीं पकडे जाने पर गृहमंत्री ने हत्यारोपी के तीन रिश्तेदार आरक्षक का भिण्ड से अलग-अलग जिलों में तबादला कर दिया है। तबादला आदेश आते ही तीनों आरक्षकों को पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने रिलीव कर दिया है।
एडीशनल एसपी अमृत मीणा ने बताया कि भिण्ड शहर के वीरेन्द्र नगर निवासी युवक कांग्रेस के नेता तथा भिण्ड विधानसभा के उपाध्यक्ष शानू चौहान(19 वर्ष) की एक दिसंबर को बाइक से अपने चाचा के साथ बाजार से घर जा रहे थे कि शास्त्री चौराहे पर अश्वनी पुरोहित, लक्की शास्त्री, शिवम शर्मा और अन्ना पंडित ने उसे घेर लिया और गोली मार दी थी जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गया था। इलाज के दौरान उसकी 2 दिसंबर को मौत हो गई। पुलिस ने एक हत्यारोपी शिवम शर्मा को गिरतार कर लिया है जबकि मुख्य आरोपी अश्वनी पुरोहित सहित तीन आरोपी अभी फरार है। हत्या के मुख्य आरोपी अश्वनी पुरोहित के परिजन जो पुलिस में आरक्षक है, राघवेन्द्र पुरोहित, भूपेन्द्र पुरोहित और संग्राम पुरोहित को पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने लाइन अटैच कर दिया था। गृहमंत्री के आदेश पर इन तीनों का तबादला करने पर इनको रिलीव कर दिया गया है।
भिण्ड के भाजपा विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह व लहार के कांग्रेस विधायक डॉं. गोविन्द्र सिंह ने इस हत्याकाण्ड को विधानसभा में उठाया था। इसके बाद गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने हत्या के मुख्य आरोपी अश्वनी पुरोहित के तीन परिजन जो भिण्ड पुलिस में आरक्षक हैं को भिण्ड से तबादला कर दिया गया है तथा उनके परिजनों के शस्त्र लायसेंस निरस्त करने के आदेश दिए है।
पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन अब ऐसे पुलिसकर्मियों की सूची तैयार करवा रहे है। जिनके परिजन या रिश्तेदार अपराध करने में संलग्न है। उन पुलिसकर्मियों को भिण्ड से हटाने के लिए गृह विभाग को लिखा जायेगा और उन्हें जिले से बाहर भेजने की तैयारी की जाएगी।