नई दिल्ली। देश की राजधानी में एक बार फिर वैक्सीन को लेकर संकट खड़ा हो चुका है। दिल्ली सरकार के अनुसार अगले दो दिन के लिए खुराक बची हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का तनाव और अधिक बढ़ चुका है। अधिकारियों का कहना है कि अगर टीकाकरण को कम नहीं किया तो दिल्ली में दो सप्ताह बाद केंद्रों को अस्थायी तौर पर बंद करना पड़ सकता है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नए दिशा निर्देश के तहत आगामी 31 जुलाई तक उन्हें 15 लाख खुराक मिलने की जानकारी दी गई है। ये सभी खुराक एक नहीं बल्कि अलग अलग खेप में प्राप्त होने वाली हैं। इनके अलावा पांच लाख खुराक प्राइवेट अस्पतालों को मिलेंगी।दरअसल कोविन वेबसाइट के जरिए राजधानी में अभी प्रतिदिन औसतन डेढ़ से दो लाख खुराक दी जा रही हैं।
इस आधार पर विभाग ने आगामी वैक्सीन खेप का गणितीय आकलन किया है जिसके अनुसार 20 लाख खुराक 10 से 15 दिन में ही खत्म हो सकती हैं। यानी जुलाई माह के आखिरी दो सप्ताह में सरकार के पास वैक्सीन नहीं होगा। उस स्थिति से बचने के लिए फिलहाल यही विकल्प है कि टीकाकरण की गति को कम कर दिया जाए।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जल्द से जल्द बड़ी आबादी का टीकाकरण करने का लक्ष्य और वैक्सीन की कमी अभी भी तनाव दे रही है। बीते 16 जनवरी से टीकाकरण चल रहा है लेकिन पर्याप्त मात्रा में खुराक उपलब्ध न होने की वजह से दो बार टीकाकरण केंद्रों को बंद करना पड़ गया। अब फिर से वैसी स्थिति आ रही है।
विभाग के अनुसार राजधानी में 18 वर्ष या उससे अधिक आयु की कुल आबादी 1.59 करोड़ है। इस आयु के लिए 20.26 में से 16.81 लाख कोविशील्ड की खुराक और कोवाक्सिन की 3.44 लाख खुराक अगली चार से पांच खेप में मिलेंगी। दिल्ली के नोडल केंद्र राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार उनके पास 15 लाख खुराक मिलने की जानकारी है।
आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में अब तक 83,80,872 खुराक दी जा चुकी हैं। इनमें 64,70,693 खुराक पहली बार दी गई हैं। जबकि 19,10,179 लोगों ने दूसरी खुराक लेकर टीकाकरण पूरा कर लिया है। कोविन वेबसाइट के ही अनुसार रविवार को दिल्ली के 88 केंद्रों पर ही टीकाकरण हुआ जिनमें 10 सरकारी और अन्य 78 प्राइवेट केंद्र शामिल हैं।
पर्याप्त संख्या में खुराक उपलब्ध न होने की वजह से टीकाकरण पर स्पष्ट असर दिखाई दे रहा है। 26 जून से दो जुलाई के बीच दिल्ली में सबसे ज्यादा 10.89 खुराक दी गईं लेकिन बीते दो दिन में 1.61 लाख खुराक ही दे सके। अगर 16 जनवरी से अब तक की सप्ताह वार रिपोर्ट देखें तो मई और जून माह के सप्ताह में टीकाकरण बढ़ता दिखाई दे रहा है लेकिन उसके बाद जनवरी से अप्रैल माह की तरह फिर टीकाकरण का ग्राफ नीचे की ओर नजर आ रहा है।