भोपाल ।सभी प्रमुख सड़कों पर स्पीड लेजर गन की व्यवस्था की जा रही है, ताकि तेज गति से वाहन चलाने वालों और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ चालान बनाकर न्यायालयीन कार्रवाई की जा सके। 70 फीसदी से अधिक सड़क दुर्घटनाएं तेज गति से वाहन चलाने के कारण होती है। भोपाल सहित सभी 52 जिलों में एप के माध्यम से ही सड़क दुर्घटनाओं की प्रविष्टि की जा रही है।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पीटीआरआई डीसी सागर ने बताया कि आईआरएडी प्रोजेक्ट में भारत के छ: राज्यों में मप्र प्रथम स्थान पर काबिज है। मप्र व्दारा आईरेड पर अभी तक 21 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किये जा चुके हैं। यातायात प्रबन्धन को और अधिक आधुनिक और सशक्त बनाने की समझाईस दी गई। तेज गति से वाहन चलाने वालों पर प्रभावी वैधानिक कार्यवाही करने की समझाईस भी दी गई।  समस्त सड़क दुर्घटनाओं में 70 प्रतिशत से अधिक का हिस्सा निर्धारित गति से अधिक तेज गति से वाहन चलाने के कारण होता है, अत: इस ओर समुचित ध्यान केन्द्रित कर वैधानिक कार्यवाही करना जनहित में अत्यन्त आवश्यक है। श्री डी. सी. सागर ने कहा कि सड़कों के किनारों पर उपायुक्त स्थान में वाहन को निर्धारित गति से चलाने की जन जागरूकता के लिये बोर्ड लगवाये कि गति अति न करे – आप स्पीड लेजर गन की निगरानी में है। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरूद्व विधिवत चालान बनाकर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करें।

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