ग्वालियर। किसी भी व्यक्ति से जीवन का अधिकार छीनना महापाप है। हम सभी मनुष्य है, इसलिए हमैं अपने मानवीय मूल्यों को जीवित कर जनमानस का सहयोग करना चाहिए। उक्त बात भिण्ड कलेक्टर इलैया राजा टी ने एक निजी महाविद्यालय में आयोजित बेटी बचाओ-बेटी पढाओ कार्यक्रम के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में मानवीय मूल्यों का पतन हो रहा है। स्थिति यह हो गई है कि बेटा-बेटी में फर्क करते हुए भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराधों को लोग अंजाम दे रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बेटी बचाओ अभियान इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बालिकाओं को जन्म के समय से ही पूरी सुरक्षा देते हुए सम्मान देने वाला समाज ही शिक्षित समाज कहलाता है।
कलेक्टर इलैया राजा टी ने कहा कि जब तक बेटियों का सम्मान नहीं होगा तब तक हमारी साक्षरता और समृद्धि बेकार है। केरल में महिलाएं समाज का संचालन करती है। उन्होंने कहा कि भिण्ड जिले में महिला सरपंच बुराईओं को खत्म करने का काम कर सकती है। सिर्फ कानून से सब कुछ संभव नहीं है।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने कहा कि मानव को जीवन में आगे बढाने में मॉं और पत्नी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इन्हीं के सहयोग से वह आयपीएस बन सके है और आज समाज के लिए काम कर पा रहे है। उन्होंने कहा इस अभियान में कहीं भी अडचन आए वहां पुलिस का सहयोग लिया जा सकता है।
भिण्ड जिले में आज भी लडकियों को अभिशाप माना जाता हैं। पुत्र रत्न की प्राप्ति होने पर खुशी में मिठाई बांटी जाती है और भोज भी दिया जाता है। पुत्री का जन्म होने पर घर परिवार में मातम छा जाता हैं। यही कारण है कि भिण्ड जिले में बालिकाओं की संख्या लडकों से काफी कम है। भिण्ड जिले में 50 गांव ऐसे चिन्हित किए गए है जहां लडकियों की संख्या बहुत ही कम हैं। सबसे कम लडकियों की संख्या भिण्ड जिले के गोहद विकास खण्ड के ग्राम बरारा, गुमारा, कदरमान, खरौआ, प्रतापपुरा, गंगादास का पुरा, भदरौली, जगन्नाथपुरा, हरपुरा, पलीआ, जियाजीपुरा, खेरियावान, कैरोली, चकबरौना, पिपहाडा, खेरिया महानंद, इटायदा, महौरी, नीमडांडा, शंकरपुर है। मेहगांव विकास खण्ड के देवरी, लावन, एकोरी, केथोदा, दंदरौआ, सींगपुरा, मौरौली, चितावली, नारायणपुरा है। अटेर विकास खण्ड के नावली वृन्दावन, रोहिंदा, सलीमपुर, अहरौलीकाली है। भिण्ड विकास खण्ड के गौअरकलां, ग्यानपुरा, सुजानपुरा, अहैंती, चंदूपुरा है। गोरमी क्षेत्र के श्री का पुरा, बलूपुरा, अरेले का पुरा, सुकाण्ड है। रौन क्षेत्र के कनहुआ पुरा, दरियापुरा, डिमोले की गढिया, लहार विकास खण्ड के कथगरा, पाण्डरी खुर्द, हीरापुरा, चिरावली, छिदी, रसूलपुरा में लडकियों की संख्या लडकों की अपेक्षा बहुत ही कम हैं। इन गावों के लोगों को जागरुक किया जाएगा।