ग्वालियर। अगले साल फरवरी-मार्च में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियां भले ही विधार्थियों ने अभी से न शुरु की हों, लेकिन मध्यप्रदेश की भिण्ड पुलिस ने नकल रोकने की अपनी तैयारियों में अभी से जुट गई है। नकल के लिए कुख्यात भिण्ड जिले में ंइस बार परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए सेवानिवृत पुलिसकर्मियों की भी मदद ली जाएगी। नकल किसी भी कीमत पर नहीं होनी चाहिए सुरक्षा के लिए जितना भी पुलिस फोर्स चाहिए उपलब्ध कराया जाएगा। उक्त निर्देश चंबलरेंज के पुलिस महानिरीक्षक उमेश जोगा ने कल पुलिस अधिकारियों को दिए है।
भिण्ड के पुलिस कन्ट्रोल रुम में आयोजित जिले भर के पुलिस अधिकारियों की बैठक में आईजी जोगा ने कहा कि परीक्षा के दौरान जो छात्र या उसके परिजन शिक्षक के साथ गलत व्यवहार करता है तो उसके खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे परीक्षा केन्द्रों को अभी से चिन्हित कर लें, जिन परीक्षा केन्द्रों पर पहले भी उपद्रव हुआ है। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान अगर पुलिस फोर्स की कमी लगे तो सेवानिवृत पुलिसकर्मियों की मदद ली जाए।
आईजी जोगा ने कहा कि सनसनीखेज मामलों का निराकरण जल्दी किया जाए। फरारी व आदतन अपराधी जो समाज में दहशत फैलाते है उनकी पहचान की जाकर पकडा जाए। आईजी ने कहा कि चंबल संभाग के भिण्ड, मुरैना, दतिया व श्योपुर नकल के लिए काफी कुख्यात है लेकिन इस बदनामी के दाग को इस बार मिटाने के लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए है।
पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने कहा कि नकल रोकने के लिए पुलिस हर संभव कोशिश करेगी। परीक्षा केन्द्र के बाहर अगर भीड मिली तो इस भीड केन्द्र को निरस्त कराने के लिए लिखा जाएगा तथा पुलिस जमघट लगाने वालों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करेंगी। उन्होंने कहा कि भिण्ड में चुनाव से ज्यादा कठिन काम है परीक्षा कराना, फिर भी नकल को रोका जाएगा।

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