इंदौर। सुखमणि साहिब के अखंड पाठ की शक्ति का ही असर है कि कोरोना को हार मानना पड़ी। ये बात सौ टका सच भी है, आपको बता दें कि अमृत वेला ट्रस्ट के सेवादारों ने दुनिया को कोरोना से मुक्ति दिलाने के लिए अखंड सुखमणि साहिब का पाठ 1 मई से शुरू किया था, जिसका भोग साहब यानी समापन कल हुआ। इस अखंड सुखमणि साहिब के पाठ का ही असर है कि कोरोना हार मान गया है और हमारा इंदौर शहर खुल गया। ऐसा ही अखंड सुखमणि साहिब का पाठ गुरूद्वारा गुरूनानक सिंह सभा पाश्र्वनाथ कालोनी में हुआ। जहां भोग साहब के कल हुए आयोजन में लंगर प्रसादी हुई। सेवादारों को प्रसाद और सरोपे मिले। अखंड सुखमणि साहिब के पाठ में सभी लीन नजर आए।
इतिहास के पन्नों में दर्ज है कि करीब पांच सौ साल पहले गुरूनानक साहब ने बीस रूपए का लंगर चलाया था, तब से आज तक वो लंगर देशभर के गुरूद्वारों में चल रहा है। गुरूनानक की ही कृपा है कि लंगर प्रसादी में कभी कोई कमी नहीं आती। बिना भेदभाव के सभी धर्मो के लोग हिन्दु, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी के लिए ये लंगर सेवा होती है। ऐसी ही लंगर प्रसादी की सेवा गुरूद्वारा गुरूनानक सिंह सभा पाश्र्वनाथ कालोनी में भी चलती है। कल यहां अखंड सुखमणि साहिब के भोग साहब के मौके पर लंगर प्रसादी हुई। लंगर प्रसादी बनाने के लिए सेवादार महिलाएं जुटी हुई थी।
सेवादार बांटने, प्रसादी पैक करने में जुटे थे। यहां तक की गुरूद्वारे में आने वाले भक्तों की चप्पलों को व्यवस्थित करने तक की सेवा बड़े ही भक्तिभाव से की जा रही थी। गुरूद्वारा गुरूनानक सिंह सभा पाश्र्वनाथ के अखंड सुखमणि साहिब के पाठ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। गुरूद्वारे के प्रकाशसिंह जी, राजू सितलानी, महेन्द्र लाल कुकरेजा, पहलाज राय कुकरेजा, अमित खतुरिया, राकेश सचदेव, सागर वाधवानी, रमेश लाल छाबरिया, अमित कुमार, मोहन दास की मौजूदगी में सेवादारों को प्रसाद और सरोपे बांटे गए। भोग साहिब के आयोजन पर जो बोले सो निहाल की आवाज भी खूब गूंजी।
उल्लेखनीय है कि गुरूद्वारा गुरूनानक सिंह सभा पाश्र्वनाथ की ओर से कोरोना काल में भी गरीबों की खूब मदद की गई। इंसानियत का परिचय देते हुए गुरूनानक साहिब के आशीर्वाद से यहां गरीबों को राशन बांटा गया। गुरूद्वारे के प्रकाशसिंह जी, राजू सितलानी, महेन्द्र लाल कुकरेजा, पहलाज राय कुकरेजा, अमित खतुरिया, राकेश सचदेव, सागर वाधवानी, रमेश लाल छाबरिया, अमित कुमार, मोहन दास सहित गुरूद्वारे के सभी सेवादार और पूरी टीम ने इंसानियत की मिसाल पेश की है।