शाहजहांपुर । शाहजहांपुर में आर्थिक तंगी और कर्जे से परेशान दवा कारोबारी ने अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ फंदे से लटककर जान दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने सुसाइड नोट भी बरामद किया है। सुसाइड नोट में आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या करने की बात लिखी है। मूलरूप से बरेली के फरीदपुर कस्बे के ऊंचा मोहल्ले के रहने वाले अखिलेश गुप्ता (42) पिछले सात-आठ साल से शाहजहांपुर के कच्चा कटरा मोहल्ले में रह रहे थे। उनका लक्ष्मी नारायण मेडिकल एजेंसी के नाम से थोक दवाओं का काम था। सोमवार को करीब साढ़े दस बजे उनके घर में दूधिया दूध देने आया था। पत्नी रेशू (40) ने दूध लिया और अंदर चली गई।
दोपहर साढ़े बारह बजे मोहल्ले का रहने वाला अखिलेश का दोस्त सुशील कॉल न उठने पर घर आ गया। मुख्य दरवाजा खटखटाया तो वह खुला मिला। गेट के आगे रखे स्टूल को हटाकर सुशील अंदर घुस गए। कई आवाज देने पर कोई बाहर नहीं आया तो वह घर की दूसरी मंजिल पर पहुंचे। यहां का दृश्य देखकर सुशील के होश उड़ गए। लॉबी में अखिलेश और रेशू के शव छत पर पड़े जाल से बंधी रस्सी से लटक रहे थे। कमरे में दोनों बच्चे शिवांग (12) और अर्चिता (6) के शव फंदे से लटक रहे थे। बेटा शिवांग का शव कमरे के रोशनदान से लटका हुआ था, जबकि बेटी अभिजीता का शव चौखट से लटका हुआ था। सुशील ने डायल-112 में फोन कर सूचना दी। सूचना मिलने पर एसपी एस आनंद, एसपी ग्रामीण संजीव कुमार वाजपेयी समेत पुलिस बल मौके पर पहुंचा। फोरेंसिक टीम ने पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। एसपी एस आनंद ने बताया कि तीन सुसाइड नोट मिले हैं। सुसाइड नोट में आर्थिक तंगी और कर्जे से परेशान होकर आत्महत्या की बात लिखी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। परिजनों को सूचना दे दी गई है। पिता डॉ. अशोक कुमार और मां फरीदपुर से आ रहे हैं। तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।