शिवपुरी। शिवपुरी में एक एंबुलेंस ड्राइवर ने विवाद होने पर टीबी के मरीज और उसकी पत्नी को फोरलेन पर उतार दिया। मरीज सड़क पर तड़पता रहा। जब तक पुलिस पहुंची और उसे अस्पताल लेकर गई, तब तक मरीज की मौत हो गई। पुलिस अब लापरवाह एंबुलेंस चालक की तलाश कर रही है। मरीज को ग्वालियर से शिवपुरी ले जाया जा रहा था।
नीरेंद्र जाटव की पत्नी रचना ने बताया कि पति ने ग्वालियर से शहपुरा आने के लिए 2 हजार रुपए में एंबुलेंस बुक की। परेशान नीरेंद्र रोने लगा था। इसी बात को लेकर उसकी ड्राइवर की कुछ कहासुनी हो गई। इसी वजह से चालक उन्हें सड़क पर ही छोड़कर चला गया। इसके बाद नीरेंद्र फोरलेन पर ही काफी देर तक पड़ा रहा। उसकी अचानक से हालत बिगड़ी और वह तड़पते हुए अचेत हो गया। उसके साथ 25 दिन पहले जन्मी बच्ची भी थी। घटना शनिवार की है।
सूचना पर से सुभाषपुरा थाना प्रभारी मनीष जादौन पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे तो नीरेंद्र मरणासन्न अवस्था में था। पुलिस नीरेंद्र को लेकर सतनवाड़ा अस्पताल आई, जहां पर उसका प्राथमिक इलाज हुआ लेकिन डॉक्टर ने उसे जिला अस्पताल रैफर कर दिया। यहां पर लाते-लाते नरेन्द्र की मौत हो गई। एसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कोई युवक अपनी पत्नी को मारपीट कर रहा है। वह अपनी बच्ची को भी मार रहा है। राहगीरों ने छुड़ाया था। पत्नी ने पुलिस को एंबुलेंस के छोड़ने की बात कही है। अज्ञात एंबुलेंस चालक की भी तलाश की जा रही है।