मुरैना। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं  कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश सरकार से कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा सार्वजनिक करने की मांग करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की कोविड़ से मृत्यु होने पर उनके परिजनों को पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद और शासकीय कर्मचारी की मृत्यु होने पर उनके परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए। कमलनाथ ने जिले में स्थित सिद्धक्षेत्र करहधाम आश्रम में पूजा अर्चना करने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर से पहले ऑक्सीजन और दवाओं का स्टाक रखा जाए। सरकार पूरी तरह तैयार रहे और किसी भी व्यक्ति की दवाओं और ऑक्सीजन के अभाव में मृत्यु नहीं होने पाए।  

उन्होंने प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा के जाफर और जयचंद वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसे किसी बयान को मैं गंभीरता से नहीं लेता हूं और न ही उसका जवाब देना उचित समझता हूं। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक महामारी कोरोना काल में सरकार को प्रदेश की ऐसी सभी सरकारी इमारतें जो अनुपयोगी हैं अथवा वर्तमान समय में उपयोग में नहीं आ रही है, उन्हें कोविड केयर सेंटर में विकसित करना चाहिए था।  

उन्होंने हनीट्रैप वाले मामले में पेनड्राइव सबूत के तौर पर दिए जाने वाले सवाल पर कहा कि पेनड्राइव केवल मेरे पास नहीं है, बल्कि प्रदेश में तमाम पत्रकारों के पास भी है। वह पेनड्राइव की राजनीति नहीं करते है। सरकार को इस तरह के सवाल नहीं करते हुए अपने कार्यो का मूल्यांकन कर उसमें सुधार करना चाहिए।

  केंद्र में मोदी सरकार के 7 वर्ष पूरा होने पर भाजपा द्वारा जश्न मनाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कमलनाथ ने कहा कि वर्तमान समय संकटों का है। यह किसी भी राजनीतिक दल अथवा सरकार के लिए जश्न मनाने का समय नहीं है। अगर सरकार जन हितेषी काम करें और जनता जश्न मनाएं, तो लगेगा कि देश और प्रदेश खुशहाल है।

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