भोपाल। कोरोनावायरस का संक्रमण खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। वैज्ञानिकों की चेतावनी तीसरी लहर के प्रति भयभीत कर रही हैं। इन सब के बीच मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी घोषणा के अनुसार 1 जून से अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ करने जा रहे हैं परंतु अब उन्होंने डिसाइड किया है कि संक्रमण की दर के हिसाब से प्रतिबंध लगाए जाएंगे या फिर उन में छूट दी जाएगी। सरल शब्दों में कहें तो 1 जून के बाद भी मध्यप्रदेश कहीं लॉक और कहीं अनलॉक होता रहेगा।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 01 जून से प्रदेश में अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ हो रही है। अनलॉक के संबंध में मंत्री समूहों द्वारा दी गई अनुशंसाओं को सभी क्राइसिस मैनेजमेंट समूहों को भिजवा दिया गया है। इन पर 30 मई को शाम तक सभी क्राइसिस मैनेजमेंट समूह चर्चा कर अनलॉक प्रक्रिया के संबंध में निर्णय लेकर 31 मई को जन-सामान्य को अवगत करा देंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के 5% से अधिक संक्रमण वाले तथा 5% से कम संक्रमण वाले जिलों के लिए अनलॉक की पृथक-पृथक गाइड लाइन होगी। प्रदेश के इंदौर, भोपाल, सागर तथा मुरैना जिलों में 5% से अधिक संक्रमण है। यदि कही भी संक्रमण बढ़ता है तो प्रतिबंध पुन: लागू किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के विरूद्ध लड़ाई को प्रदेश में जन-आंदोलन बनाना है। हर व्यक्ति कोविड अनुसार व्यवहार करे तथा सभी का टीकाकरण किया जाए। हर व्यक्ति अपने परिवार, गाँव व शहर को कोरोना संक्रमण से बचाए। मास्क लगाने, दूरी रखने, बार-बार हाथ साफ करने आदि को अपने जीवन का अनिवार्य हिस्सा बनाना होगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में ‘अनलॉक’ के संबंध में प्रभारी मंत्रियों, प्रभारी अधिकारियों, कमिश्नर, आई.जी., कलेक्टर, पुलिस अधीक्षकों से चर्चा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए कि एक भी संक्रमित मरीज बाहर न घूमे। अधिक से अधिक टेस्टिंग कर हर मरीज की पहचान करनी है तथा हर कोविड मरीज को होम आइसोलेशन, कोविड केअर सेंटर में रखना है तथा जरूरत होने पर अस्पताल में इलाज करना है। जहाँ भी संक्रमण हो वहाँ माइक्रोकंटेनमेंट क्षेत्र बनाएं। हर पॉजिटिव मरीज की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में किल कोरोना अभियान चालू रहेगा। सर्दी, जुकाम, खाँसी आदि के मरीजों की पहचान कर उन्हें नि:शुल्क मेडिकल किट देकर इलाज प्रारंभ किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टीकाकरण कोविड के विरूद्ध सुरक्षा चक्र का कार्य करता है। टीकाकरण के प्रति सभी भ्रान्तियों को दूर कर जागरूकता पैदा करें। 18 वर्ष व अधिक उम्र का हर व्यक्ति टीका लगवाए। यह भी ध्यान रखा जाए कि वैक्सीन का एक भी डोज बेकार न जाए। बचे हुए डोजे़ज को बिना पूर्व पंजीयन के लगाया जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में संक्रमण अनुसार रेड, ग्रीन एवं यलो जोन बनाए जाएं तथा उसके अनुसार प्रतिबंध लागू रहें। दो या चार घरों पर भी माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा सकते हैं। संक्रमण को किसी भी हालत में फैलने न दें।