भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने शनिवार को कहा कि मैं सही मुद्दे उठा रहा हूं, मेरी आवाज कोई नही दबा सकता, सरकार जितने चाहे मुकदमे मेरे खिलाफ दर्ज करें।
आज प्रदेश के डिजिटल मीडिया से जुड़े पत्रकारों से ऑनलाइन चर्चा करते हुए कमलनाथ ने कहा कि इस समय सरकार को पूरा ध्यान कोविड महामारी से लड़ने में लगाना चाहिए, लेकिन सरकार सच सामने लाने वालों को परेशान करने में लगी है।
मैं बार बार सरकार से आग्रह कर रहा हूं कि कोरोना काल में प्रदेश में हुई मृत्यु का सही आंकड़ा जनता के सामने रखें और यह भी बताएं कि इनमें से कितने लोग कोरोना से मरे। मेरा अपना आकलन है कि 80 फीसदी लोगों की मौत कोरोना से हुई है। सरकार के पास दूसरा कोई आंकड़ा हो तो उसे सार्वजनिक करे।
उन्होंने कहा कि उनके पास इस तरह की सूचनाएं आ रही हैं कि बहुत से लोग नकली रेमडीसिवर इंजेक्शन लगने से मारे गए हैं। इस बात की जांच होनी चाहिए कि नकली रेमडीसिवर इंजेक्शन अस्पताल में कैसे पहुंचे? मरीज को कैसे लगाए गए? ऐसे कितने लोग हैं जिन्हें नकली इंजेक्शन के कारण प्राण गंवाने पड़े? उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा प्रदेश में कोविड माफिया चला रही है। ये माफिया अस्पतालों में पैसे लेकर बेड दिलाने से लेकर आवश्यक दवाइयों की कालाबाजारी तक में सक्रिय हैं। इसका पर्दाफाश होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन के लिए अब ग्लोबल टेंडर की बात कर रहे हैं। यह छह माह पहले करना था, लेकिन उस समय सरकार आयात की बजाय वैक्सीन निर्यात कर रही थी।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्वीकार किया कि विंध्य क्षेत्र की सीटों पर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। वह विंध्य क्षेत्र में संगठन को मजबूत करने पर काम कर रहे हैं।
कमलनाथ ने कहा कि भाजपा उन पर आरोप लगाती थी कि मुख्यमंत्री रहने के दौरान उन्हें किसान कर्ज माफी नहीं की, लेकिन अब तो खुद विधानसभा में शिवराज सरकार ने आंकड़े पेश करके बताया है कि कमलनाथ सरकार के दौरान 27 लाख किसानों का कर्ज माफ हुआ।