नई दिल्‍ली। Google ने हाल ही मे एंड्रॉयड12 को बीटा मोड मे लॉन्च किया था, जिसका मतलब कुछ सेलेक्टेड स्मार्टफोन्स मे गूगल एंड्राइड 12 को ऑपरेट करेगा। बीटा मोड मे बग्स और एरर मिलने की सम्भावना ज्यादा होती है। इसके चलते आपके स्मार्टफोन चलाने का एक्सपीरियंस बिगड़ सकता है या फिर यह आपके स्मार्टफोन के लिए भी घातक हो सकता है, इससे आपका फ़ोन रिस्पांस देना बंद कर सकता है। बग की वजह से आपका फोन रिस्पांड करना भी बंद कर सकता है। गूगल ने अपने एंड्राॅयड सिक्योरिटी रिवॉर्ड प्रोग्राम के तहत टेक्निकल एक्सपर्ट्स को इस ओएस में सीरियस खामी खोजने पर लगभग 7 करोड़ रुपये से ज्यादा राशि देने का ऐलान किया गया है।

  Google ने कहा है कि उसके एंड्रॉयड 12 के दोनों बिल्ट में सिक्योरिटी खामी को जो खोजेगा, उसे 7 करोड़ रुपये की धनराशि मिलेगी। Google ने कहा है कि जो भी सिक्योरिटी रिसर्चर गूगल के बग बाउंटी के लिए इंटरेस्टेड है, उन्हें एंड्राॅयड 12 के दो बीटा वर्जन एंड्रायड 12 बीटा वर्जन 1 और एंड्रॉयड 12 बीटा वर्जन 1।1 को पिक्सेल डिवाइस के लिए बने इस ओएस बिल्ट को एनालाइज करना होगा। गूगल के एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम में अक्सर बग की खबरें सामने आती रहती हैं। गूगल समेत तमाम टेक कंपनियां अपने प्रॉडक्ट में बग (त्रुटि, खामी, error) को खोजने के लिए बग बाउंटी प्रोग्राम चलाती हैं और कुछ इनामी राशि की घोषणा करती हैं। अब गूगल ने भी एंड्रॉयड 12 के लिए बग बाउंटी प्रोग्राम पेश किया है। गूगल ने जिन बग को बग बाउंटी प्रोग्राम में रखा है, उनमें AOSP code, Secure Element code, OEM code (लाइब्रेरी और ड्राइवर), kernel और TrustZone OS और modules शामिल हैं।

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