भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर काफी हद तक नियंत्रण में आने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि एक जून से आर्थिक गतिविधियां भी धीरे धीरे प्रारंभ की जाएंगी, लेकिन निकट भविष्य में कोरोना की तीसरी लहर रोकना भी जरुरी है। चौहान ने शाम को प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने बार बार जोर देकर कहा कि सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर रोकने के लिए रोड मैप बनाया है, लेकिन प्रत्येक नागरिक, धर्म गुरुओं और स्वैच्छिक संगठनों को भी कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण की अपनी जिम्मेदारी निभाना है। तीसरी लहर नहीं रोक पाए, तो फिर भयानक स्थिति बन जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि लेकिन कोरोना रोकने संबंधी अनुशासन का पालन करके हम इसे रोक सकते हैं। 

  चौहान ने कहा कि वे स्वयं और सरकार अनुशासन तथा कोरोना संबंधी नियमों का पूरी तरह पालन करते हुए कोरोना संक्रमण काबू रखने का क्रम रोकेगी नहीं। लेकिन शादी विवाह, सार्वजनिक, धार्मिक और भीड़भाड़ वाले आयोजनों पर अंकुश बेहद जरुरी हैं। इस कार्य में धर्म गुरु और प्रभावी व्यक्ति अपनी भूमिका सुनिश्चित करें। सरकार कोविड केयर सेंटर बंद नहीं करेगी। स्वास्थ्य संबंधी अन्य सुविधाएं भी और बढ़ाने का प्रयास रहेगा। प्रतिदिन 70 हजार से अधिक टेंस्टिंग जारी रखने का प्रयास भी होगा। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि आगामी कुछ समय तक कोरोना वायरस रहेगा ही और हमें उसके साथ रहकर अनुशासन के साथ जीने की आदत बनाना होगी। अन्यथा इसकी कीमत चुकाना होगी।   

मध्यप्रदेश पिछले एक वर्ष से अधिक समय से कोरोना के प्रकोप को झेल रहा है, लेकिन मार्च के बाद अप्रैल में कोरोना की दूसरी लहर ने सभी 52 जिलों में जबर्दस्त तबाही मचायी और लोगों के बीच हाहाकार मच गया था। मई माह के तीसरे सप्ताह से स्थितियां नियंत्रित होना प्रारंभ हुयी और अब औसत संक्रमण दर पांच प्रतिशत के अंदर आ गयी है। यह दर 25 प्रतिशत को भी पार कर गयी थी। कुछ जिलों में संक्रमण दर 50 प्रतिशत से भी अधिक थी। 

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