ग्वालियर। मध्य प्रदेश केग्वालियर जिले के जयारोग्य अस्पताल में एक ही मरीज में ब्लैक और व्हाइट फंगस मिलने का दूसरा मामला सामने आया है। सोमवार को करैरा शिवपुरी निवासी 50 वर्षीय जगदीश को पांच दिन पहले ब्लैक फंगस की शिकायत के कारण जेएएच में भर्ती किया गया था। जगदीश के साइनस में ब्लैक फंगस के लक्षण मिले थे।   

सोमवार को जब इस मरीज का आपरेशन किया गया तो यहां चिकित्सकों को व्हाइट फंगस के ऊतक (टिश्यू) मिले। जिसे डाक्टर ने आपरेशन कर बाहर निकाल दिया। जेएएच में ईएनटी विभाग के विभागाध्यक्ष डा. वीपी नार्वे ने बताया कि क्लीनिकल जांच में व्हाइट फंगस की पुष्टि हुई है। इसकी बायोप्सी के लिए व्हाइट फंगस टिश्यू लैब भेजे गए है। इससे पहले शनिवार को डबरा निवासी 25 वर्षीय युवक दीपक में भी व्हाइट फंगस का संक्रमण सामने आया था। दीपक को भी ब्लैक फंगस के चलते अस्पताल में भर्ती किया गया था। साइनस के आपरेशन के दौरान ब्लैक के साथ व्हाइट फंगस मिलने की पुष्टि डाक्टरों ने की थी। दोनों ही मरीज स्वस्थ्य हैं।

तीन ऑपरेशन हुए जेएएच मेंः ब्लैक फंगस के जेएएच में तीन मरीजों के आपरेशन हुए। तीनों ही मरीजों के साइनस का आपरेशन कर ब्लैक फंगस निकाला गया। जेएएच में सोमवार को तीन नए मरीज भर्ती हुए हैं। मरीजों की कुल संख्या 37 हो चुकी है पर जेएएच के 43 बेड के वार्ड में इस वक्त 35 मरीज भर्ती हैं। दो मरीजों की बीते रोज मौत हो चुकी है। जेएएच के अलावा अपोलो अस्पताल में सोमवार को तीन मरीजों का साइनस का आपरेशन डा.रविन्द्र बंसल द्वारा किया गया। अपोलो में अभी 15 मरीज भर्ती हैं।

9 मरीजों की मौत हो चुकी हैः ब्लैक फंगस के चलते जेएएच में पांच मरीजों की जान जा चुकी है। जबकि निजी अस्पताल में तीन मरीज जान गंवा चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में ब्लैक फंगस से जान गंवाने वालों की संख्या 3 दर्ज है।

मरीज का ब्लैक फंगस का आपरेशन किया गया तो उसमें व्हाइट फंगस का टिश्यू पाया गया। जिसकी जांच के लिए लैब भेजा गया है। यह दूसरा मामला है जब व्हाइट फंगस मरीज में पाया गया हो। अभी 35 मरीज ब्लैक फंगस के चलते अस्पताल में इलाज ले रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *