शिवपुरी। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले से लालच के चलते इंसानियत का गला घोंटती हुई खबर सामने आई है। दरअसल, जिले के सीहौर थाना अंतर्गत आने वाले धमधौली गांव में रहने वाली 28 वर्षीय सावित्री बघेल ने जब चौथी बार भी बेटी को जन्म दिया तो उसके पति ने अपने माता-पिता के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। जानकारी के अनुसार महिला के ससुराल वाले मनमाफिक दहेज नहीं मिलने से पहले से ही नाराज थे और इसके लिए वे उसे प्रताड़ित करते थे। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने सावित्री का गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उन्होंने लाश को खेत में फेंक दिया।
सावित्री को 12 मई को मौत के घाट उतारने के बाद उसके ससुर ने मायके वालों को फोन कर कहा, ‘तुम्हारी बेटी मर गई है, उसकी लाश खेत में पड़ी है।’ अचानक बेटी की मौत की खबर मायके वालों ने सुनी तो सीहौर थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मायके वालों के साथ जाकर महिला का शव बरामद किया और नरवर लाकर उसका पोस्टमार्टम कराया। पुलिस का कहना है कि सावित्री की हत्या गला दबाकर की गई है।
वहीं, उसके मायके वालों ने आरोप लगाया है कि सावित्री को उसकी सास बिन्ना बाई बघेल और ससुर किलोर सिंह ने जबरदस्ती पकड़े रखा और इस दौरान उसके पति रतन सिंह ने रस्सी से उसका गला दबा दिया। उन्होंने यह भी कहा कि सावित्री के ससुर ने सब्बल से उसकी कमर पर हमले भी किए। मृतिका के बड़े भाई रामनिवास बघेल ने पुलिस को बताया कि शादी के समय हमसे दहेज के रूप में डेढ़ लाख रुपये और बाइक की मांग की गई थी। सावित्री ने जब चौथी बेटी को जन्म दिया तो हम रस्म अदा करने उसके ससुराल गए थे, जिसमें हमने 50 हजार रुपये नहीं रखे। यह देखकर उसके ससुराल वाले नाराज हो गए और हम सभी को बिना खाना खिलाए ही भगा दिया था।
रामनिवास के मुताबिक, मनमाफिक दहेज नहीं मिलने के कारण पहले ही सावित्री के ससुराल वाले नाराज चल रहे थे, फिर तीन माह पहले जब उसने चौथी बेटी को जन्म दिया तब उनकी नाराजगी और बढ़ गई। ऐसे में उन्होंने उसे घर से निकाल दिया था। वह दस-बारह दिन से मायके में ही रह रही थी, लेकिन कुछ दिन पहले उसके देवर की शादी तय हो गई, जिस कारण उसे वापस ससुराल जाना पड़ा था। देवर की शादी के बाद बुधवार को फिर से लड़ाई हुई और सावित्री की हत्या कर दी गई।
इस पूरे मामले में सीहौर थाने के प्रभारी रामराजा तिवारी ने कहा, ‘विवाहिता सावित्री बघेल की चार बेटियां हैं, जिनमें चौथी बेटी का जन्म तीन माह पहले ही हुआ है। मायके वालों ने दहेज नहीं देने और बेटी के जन्म की वजह से सावित्री की हत्या के आरोप लगाए हैं। शव का पीएम कराकर मामला विवेचना में ले लिया है।’