आगरा । कोरोना के कहर को रोकने के लिए अन्तरराज्यीय और अंतर जिला यात्राओं पर राज्य सरकारों ने सख्ती का फैसला लिया है। बिना आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट के किसी को भी एंट्री नहीं दी जा रही है। रिपोर्ट की चेकिंग से बॉर्डर के कई एरिया जाम के झाम से जूझ रहे हैं। आगरा से लगी मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमाओं पर सख्ती से तमाम लोग फंसे हुए हैं। बॉर्डर से वाहनों को लौटाया जा रहा है। इधर, मंडल के कोटवन से लगी हरियाणा सीमा पर सख्ती से भी लोग परेशान हैं। सिर्फ खाने-पीने का सामान लेकर आ रहे मालवाहक ट्रकों व सेना के वाहनों की आवाजाही ही हाईवे पर दिखती है।  

बॉर्डर से वापस लौटा रहे हैं वाहन
जनपद से राजस्थान के दो बॉर्डर लगते हैं। भरतपुर और धौलपुर जिलों की सीमाओं पर वाहनों को रोककर चेकिंग की जा रही है। जिन लोगों के पास 72 घंटे पहले की आरटी-पीसीआर कोरोना नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट है, उसे ही एंट्री दी जा रही है। ट्रैफिक रेंग-रेंग कर चल रहा है। चेक पोस्ट पर स्वास्थ्य कर्मियों की एक टीम भी है, जो आने-जाने वाले लोगों की चेकिंग कर रही हैं। यहां मौजूद पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आगरा से आने वाले सौ से ज्यादा वाहनों को दिनभर में वापस लौटाया गया है। इसी तरह से मध्य प्रदेश बॉर्डर पर भी पुलिस ने सख्ती बढ़ा दी है।

हरियाणा सीमा पर भी पुलिस की सख्त नजर
अंतरराज्जीय सीमा पर दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों पर पुलिस की नजर लगी हुई है। अन्य राज्यों की रोडवेज बसों के आने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। कोसी में हरियाणा की ओर से आने वाले वाहनों की चेकिंग की जा रही है। शासन के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड राज्यों से आने वाले वाहनों के उत्तर प्रदेश में आवागमन पर रोक लगाने के निर्देश जारी किये हुए हैं। कोविड-19 की रोकथाम के लिए दिए गए इस आदेश का अनुपालन 15 दिन करना होगा होगा। मालूम हो यूपी रोडवेज की अन्तर्राज्यीय बस सेवा पहले ही बंद की जा चुकी है।

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