ग्वालियर। केन्द्रीय उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि साफ्टवेयर टेक्रोलोजी पार्क ऑफ इंडिया भारत देश की एक महत्वाकांक्षी योजना है। इसने विश्व में भारत की एक पहचान स्थापित की है। एसटीपीआई के निर्यात को देखते हुए केन्द्र सरकार ने २०२० तक इसके लिए २०० बिलियन डालर का निर्यात प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इससे भारत की बौद्धिक क्षमता विश्व पटल पर और उभरकर सामने आएगी और भारत का नाम सूचना प्रौद्योगिकी और रोशन करेगा। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया सोमवार को सायं यहां साफ्टवेयर टेक्रोलोजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
केन्द्रीय राज्यमंत्री सिंधिया ने कहा कि इस पार्क के ग्वालियर में भी खुल जाने से अब लोगों को इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा। वहीं एकल खिड़की प्रणाली के तहत सारी अनुमति एक ही स्थान पर छोटे उद्यमी को मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि आगे आने वाले दिनों में ग्वालियर एक केन्द्र बिंदु के रूप में उभरेगा। पार्क के खुल जाने से अनेक कंपनियां स्थापित होंगी। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने बताया कि अभी देश से सूचना प्रौद्योगिकी में २.२६ करोड़ का निर्यात हो रहा है और ४५०० यूनिट अभी काम कर रहीं हैं। उन्होंने बताया कि ग्वालियर को देश में टीयर टू शहरों की सूची में शामिल किया था। उसी के तहत इसकी स्थापना की गई है। उन्होंने बताया कि ग्वालियर का एसटीपीआई दस हजार वर्गफुट क्षेत्र में तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि इसी के साथ १५ करोड़ की लागत से आईटी पार्क भी शुरू होगा जिससे युवाओं को और अधिक रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
कार्यक्रम को संबोंधित करते हुए एसटीपीआई के महानिदेशक डॉ. ओमकार राय ने कहा कि ग्वालियर का एसटीपीआई ५३ वां केन्द्र है। इसकी शुरूआत २००८ में तत्कालीन केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ए राजा ने की थी। इसके लिए २००७ में एक ब्लूप्रिंट तैयार किया गया था। उन्होंने बताया कि इसमें युवा उद्यमी काम करेंगे। डॉ. राय ने बताया कि एसटीपीआई की स्थापना १९९१ में की गई थी। इसका उददेश्य देश में सूचना प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना था। १९९१-९२ में एसटीपीआई ने ५२ करोड़ का निर्यात किया गया था। आज इसका निर्यात ३.५ हजार करोड़ का हो गया है। उन्होंने बताया कि एसटीपीआई के लिए ग्वालियर महत्वपूर्ण केन्द्र है । यह रेल, सड़क और वायुयान यातायात से भी जुडा है। कार्यक्रम को विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर, लाखन सिंह ने भी संबोधित किया। स्वागत भाषण एसटीपीआई नोयडा के निदेशक सीवीडी रामप्रसाद ने दिया। आभार नई दिल्ली के निदेशक देवेश त्यागी ने किया।