कोरोना वायरस के मामलों में देश को फिलहाल राहत मिलती नहीं दिख रही है। रविवार को देशभर में कोरोना वायरस के 3,70,188 मामले सामने आए जबकि 3,375 लोगों की मौत हुई। शनिवार को 3.92 लाख केस सामने आए थे जबकि मौत का आंकड़ा 3700 के करीब चला गया था।

पिछला हफ्ते कोरोना वायरस देश पर कहर बनकर टूटा है। इस दौरान 26 लाख से अधिक मामले सामने आए। सात दिनों में जानलेवा वायरस से करीब 23800 लोगों की मौत हुई। इस दौरान शुक्रवार को कुल मामले 4 लाख को पार कर गए।

महाराष्ट्र में कोविड-19 के 56,647 नए मामले, 669 लोगों की मौत
महाराष्ट्र में रविवार को कोविड-19 के 56,647 नए मामले आए तथा 669 और लोगों की मौत हो गई। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि नए मामलों के साथ संक्रमितों की कुल संख्या 47,22,401 और मृतक संख्या 70,284 हो गई है।

पिछले 24 घंटे के दौरान 51,356 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। राज्य में 6,68,353 उपचाराधीन मरीज हैं। अब तक 39,81,658 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं। राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 संबंधी 2,57,470 नमूनों की जांच की गई । अब तक कुल 2,76,52,758 नमूनों की जांच की जा चुकी है।

दिल्ली में कोविड-19 से 407 लोगों की मौत

राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को कोविड-19 के 20,394 नए मामले आए और 407 लोगों की मौत हो गई। वहीं संक्रमण दर घटकर 28.33 प्रतिशत हो गई है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक लगातार दूसरे दिन 400 से ज्यादा लोगों की मौत हुई। शनिवार को दिल्ली में 412 लोगों की मौत हुई थी।

बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में संक्रमण के अब तक कुल 11,94,946 मामले आए हैं जिनमें से 10.85 लाख लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण से 16,966 लोगों की मौत हुई है। पिछले 13 दिनों में संक्रमण दर 30 प्रतिशत अधिक थी। दिल्ली में शनिवार को संक्रमण दर 31.6 प्रतिशत थी। पिछले 24 घंटे के दौरान 71,997 नमूनों की जांच की गयी। दिल्ली में 92,290 उपचाराधीन मरीज हैं। संक्रमण से 24,444 और मरीज ठीक हो गए।

उपचाराधीन मरीजों की संख्या 33 लाख के पार
देश में कोरोना वायरस महामारी के कारण रविवार को 3,689 और मरीजों की जान चली गई जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 33 लाख के पार पहुंच गई है। मरीजों के लिए अस्पताल में बिस्तरों, दवाओं और ऑक्सीजन की गंभीर कमी के बीच बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने की कोशिश में कुछ अन्य राज्यों की तरह हरियाणा और ओडिशा ने भी लॉकडाउन लगा दिया है।

कोविड-19 की स्थिति के प्रभावी प्रबंधन के लिए मानव संसाधन बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न उपायों की समीक्षा की और कई संभावित कदमों पर चर्चा की गई जिसमें चिकित्सा व नर्सिंग कोर्स पास कर चुके छात्रों को महामारी में ड्यूटी करने के लिये प्रोत्साहित करना भी शामिल था।

वहीं अंतरराष्ट्रीय सहायता का पहुंचना भी लगातार जारी हैं। फ्रांस, ताईवान, उज्बेकिस्तान और बेल्जियम की तरफ से भेजे गए ऑक्सीजन संयंत्र समेत अन्य चिकित्सीय आपूर्ति यहां पहुंचीं।

वहीं देश में 13 विपक्षी दलों के नेताओं ने केंद्र से देश भर में व्यापक पैमाने पर मुफ्त टीकाकरण अभियान शुरू करने का अनुरोध किया। एक संयुक्त बयान में उन्होंने केंद्र का आह्वान किया कि वह सभी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में निर्बाध ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करे क्योंकि वे मरीजों के बढ़ते बोझ का प्रबंधन कर रहे हैं।

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