नईदिल्ली। हिन्दी के जाने-माने साहित्यकार और मशहूर कवि कुंवर बेचैन सिंह का कोरोना की वजह से निधन हो गया। कुछ दिनों पहले ही वो कोरोना संक्रमित पाए गये थे और उनका कैलाश हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। कुमार विश्वास ने खुद कवि कुंवर बेचैन के निधन की जानकारी दी।
कोरोना से चल रहे युद्धक्षेत्र में भीषण दुःखद समाचार मिला है। मेरे कक्षा-गुरु,मेरे शोध आचार्य, मेरे चाचाजी, हिंदी गीत के राजकुमार, अनगिनत शिष्यों के जीवन में प्रकाश भरने वाले डॉ कुँअर बेचैन ने अभी कुछ मिनट पहले ईश्वर के सुरलोक की ओर प्रस्थान किया। कोरोना ने मेरे मन का एक कोना मार दिया।
आपको बता दें कि डॉ कुंवर बेचैन दिल्ली से सटे हुए उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद के नेहरू नगर में रहते हैं। उनके साथ-साथ उनकी पत्नी संतोष कुंवर भी कोरोना से संक्रमित थीं। पॉजिटिव पाए जाने के बाद से ही दोनों दिल्ली के लक्ष्मीनगर स्थित सूर्या अस्पताल में एडमिट थे। यहां जब उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ, तो उन्हें आनंद विहार स्थित कॉसमॉस अस्पताल में शिफ्ट किया गया। इसके बावजूद उनकी स्थिति बिगड़ने लगी और उन्हें वेंटिलेटर बेड नहीं मिल पा रहा था। इसके बाद कुमार विश्वास ने लोगों से मदद के लिए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा था, हिंदी के वरिष्ठ गीतकार गुरुप्रवर डॉ कुंवर बेचैन का आनंद विहार दिल्ली में कोविड उपचार चल रहा है। ऑक्सीजन लेवल सत्तर पहुंच गया है। तुरंत वेंटिलेटर की आवश्यकता है। कहीं कोई बेड ही नहीं मिल रहा।
कुमार विश्वास के ट्ववीट के बाद गौतमबुद्ध नगर के सांसद महेश शर्मा ने मदद की और तब जाकर उन्हें कैलाश अस्पताल में वेंटिलेटर मिल पाया था। लेकिन वहां भी उनको बचाया नहीं जा सका। उनकी पत्नी अभी भी सूर्या अस्पताल में ही भर्ती हैं, और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
हिंदी गजल और गीत के महत्वपूर्ण हस्ताक्षर कुंवर बेचैन का जन्म उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के उमरी गांव में हुआ था। बेचैन उनका तखल्लुस है असल में उनका नाम डॉ. कुंवर बहादुर सक्सेना है। ये गाजियाबाद के एम.एम.एच. महाविद्यालय में हिन्दी विभागाध्यक्ष रहे। उनका नाम सबसे बड़े गीतकारों और शायरों में शुमार किया जाता था। कुंवर बेचैन साहब ने कवितायें, गजल, गीत और उपन्यास समेत कई विधाओं में साहित्य सृजन किया। उनके निधन को साहित्य जगत को एक बड़ी क्षति पहुंची है।