भोपाल ! जिला उद्योग केंद्र, रायसेन में प्रबंधक रहे रामदयाल बेले की हत्या का खुलासा हो गया है। यह घटना अवैध संबंधों के चलते हुई थी। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि इनका तीसरा साथी फरार है।
उल्लेखनीय है कि जिला उद्योग केंद्र भोपाल के प्रबंधक रामदयाल बेले पुत्र चुन्नीलाल की खून से सनी लाश 20 अगस्त की सुबह गोविंदपुरा औद्योगिकी क्षेत्र की एक फैक्टरी के गेट के सामने मिली थी। रामदयाल यहां मीनाल रेसीडेंसी में रहते थे और रोजाना भोपाल से रायसेन आवागमन किया करते थे। 19 अगस्त की शाम को वे दफ्तर से अपने साथियों से यह कहते हुए निकले थे कि वे बस से घर जा रहे हैं। लेकिन, रात करीब डेढ़ बजे जब वे घर नहीं पहुंचे। इस पर उनके बेटे ने जीएम रैकवार को फोन लगाकर पिता के बारे में पूछताछ की। रैकवार ने बताया कि बेले शाम को ही दफ्तर से निकल गए थे। परेशान परिजनों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी और उनकी तलाश शुरू कर दी। अगले दिन यानी 20 अगस्त को बोरा फैक्ट्री के समीप उनका शव मिला था, उनकी चाकुओं से गोदकर हत्या की गई थी।
इस माले में पुलिस ने गुरूवार को राजधानी के छोला मंदिर इलाके में रहने वाले आटो चालक पप्पू जाटव व कमलेश को हिरासत में ले लिया है, जबकि इनका तीसरा साथी वसीम फरार बताया गया है। सूत्रों के मुताबिक मृतक रामदयाल बेले ने रायसेन में भी यदा-कदा रुकने के लिए एक घर किराए पर ले रखा था। इसी घर के पास रहने वाली एक महिला उनके रुकने पर घरेलू काम कर देती थी, बताया गया है कि बेले के उससे संबंध बन गए थे। वहीं पप्पू जाटव के भी उस महिला से संबंध थे। पप्पू को जब बेले के संबंध की जानकारी लगी तो उसने उन्हें रास्ते से हटाने की योजना बनाई और अपने दोनो साथियों के साथ मिलकर उनकी हत्या कर दी।
ऐसे दिया घटना को अंजाम: सूत्रों के अनुसार, आरोपी पप्पू रामदयाल बेले को न सिर्फ पहचनता था, बल्कि उनके बारे में तमाम जानकारी भी थी। चंूकि बेले रायसेन से भोपाल आने पर बस से उतरकर घर जाने के लिए आटो लेते थे, लिहाजा घटना वाले दिन पप्पू उसी स्थान पर अपने एक साथी के साथ आटो लेकर खड़ा था, जैसे ही बेले बस से उतरे उन्हें आटो में बैठा लिया। कुछ दूर जाने के बाद अपने दूसरे साथी को भी सवार कर लिया। औद्योगिक क्षेत्र में एक सूनसान इलाके में चलते आटों में ही अरोपियों ने बेले की चाकू घोपकर हत्या कर दी और वोटा कारखाने के पास उनका शव फेंककर फरार हो गए।