ग्वालियर। भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय के प्रसूति वार्ड में घुसकर गोली मारकर हत्या का दहशत फैलाने वाले दस हजार रुपए के इनामी बदमाश को एक मुठभेड के दौरान गिरतार किया गया है। इस मुठभेड में पुलिस की गोली लगने से बदमाश घायल हो गया था जिसे भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय में दाखिल कराया गया है। जहां उसे कडी सुरक्षा में रखा गया है। पकडे गए बदमाश पर भिण्ड व राजस्थान में करीबन 20 संगीन अपराध दर्ज है।
पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि उत्तरप्रदेश के मैनपुरी से एक स्कार्पियो गाडी भिण्ड आ रही है जिसमें भारी मात्रा में हथियार व कारतूस 10 हजार रुपए के इनामी बदमाश धर्मेन्द्र भदौरिया के लिए आ रहे है। फूप थाने के बाहर वाहन चैकिंग लगाई गई। जहां चैकिंग के दौरान एक स्कार्पियो गाडी पकडी गई जिसमें 40 कारतूस मिले तो उस गाडी में राजीव चौहान व सुनील श्रीवास मिले जिन्हें हिरासत में लिया गया। राजीव चौहान धर्मेन्द्र भदौरिया का साला है। पुलिस ने राजीव चौहान के मोबाईल से धर्मेन्द्र भदौरिया को फोन लगवाया और मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश की सीमा को जोडने वाला चंबल पुल पर बुलाया। चंबल पुल पर सादा कपडों में भारी पुलिसबल लगाया गया। जैसे ही बदमाश धर्मेन्द्र भदौरिया चंबल पुल पर बाइक से आया तो उसे कुछ शक हुआ और वह भागने लगा। पुलिस और बदमाश धर्मेन्द्र भदौरिया में मुठभेड हुई तभी एक गोली धर्मेन्द्र के पैर में लग जाने से घायल हो गया तभी पुलिस ने उसे पकड लिया।
धर्मेन्द्र भदौरिया ने पहला अपराध 13 साल की उम्र में किया था। धर्मेन्द्र पर वर्ष 2002 से 2006 यानी 5 साल में 18 संगीन अपराध भिण्ड में किए थे। इसके बाद इसे एक मामले में राजस्थान पुलिस ने गिरतार किया था। जहां वह करीबन 8 साल तक जेल में बंद रहा। वर्ष 2014 में वह राजस्थान जेल से छूटकर आया और 12 मई 2015 की अर्ध रात्रि को भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय में हत्या की बारदात को अंजाम देकर सनसनी फैला दी थी।
पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने बताया कि भिण्ड देहात थाना क्षेत्र के ग्राम जामुना निवासी हाल चतुर्वेदी नगर विमलेश उपाध्याय 28 वर्ष, संजू सिंह भदौरिया और धर्मेन्द्र भदौरिया ये तीनों आपस में दोस्त थे। तीनों ने मिलकर 12 मई की रात्रि को पहले शराब पी और बाद में तीनों अपने-अपने घर चले गए। बाद में संजू का विमलेश उपाध्याय से मोबाईल पर बात करते-करते कुछ विवाद हो गया। तभी संजू व धर्मेन्द विमलेश के घर पहुच गए। जहां संजू व विमलेश में फायरिंग हुई जिसमें एक गोली संजू के लग जाने से वह घायल हो गया। घायल संजू को धर्मेन्द्र व विमलेश उपाध्याय लेकर भिण्ड के शासकीय जिला चिकित्सालय आए। इसी दौरान धर्मेन्द्र के मोबाईल पर किसी का फोन आया। फोन पर बात बंद होते ही धर्मेन्द्र ने विमलेश कोे घेर लिया तो वह भाग कर चिकित्सालय के प्रसूति वार्ड में जाकर छिप गया काफी जगह तलाश करने के बाद विमलेश प्रसूति वार्ड में दिख गया जहां उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई, विमलेश के चार गोलिया लगी। इस घटना के बाद पूरे अस्पताल में हडकंप मच गया था। मृतक के भतीजे नीरज उपाध्याय की रिपोर्ट पर गोली लगने से घायल संजू भदौरिया उसके भाई राजीव भदौरिया व धर्मेन्द्र भदौरिया के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था। राजीव भदौरिया पहले ही दिल्ली से पकडा जा चुका है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 10 हजार रुपए का इनामी बदमाश बडा गिरोह बनाने के लिए हथियार एकत्रित करने में लगा हुआ था। यह गिरोह बना पाता और पुलिस के लिए सिरदर्द बनता उससे पहले ही उसे पकड लिया गया। इस शातिर बदमाश को पकडने वाली पुलिस टीम को पुरुष्कुत किया जायेगा।