प्रयागराज। जौनपुर के पूर्व बाहुबली सांसद धनजंय सिंह को सुरक्षा कारणों से प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल से गुरूवार को फर्रूखाबाद के फतेहगढ़ सेंट्रल जेल भेजा गया है। अधिकृत सूत्रों ने बताया कि मऊ के ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या के मामले में साजिश रचने के आरोपी धनंजय ने पिछली पांच मार्च को प्रयागराज की एमपी एमएलए कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था जिसके बाद उसे नैनी सेंट्रल जेल में निरूद्ध किया गया था। पूर्व सांसद ने यहां अपनी जान का खतरा बताया था जिसके बाद उसे फतेहगढ़ जिला कारागार भेजा गया है। बुधवार देर रात जेल प्रशासन को पूर्व सांसद के स्थानांतरण का आदेश मिला था जिसके बाद उसे कड़ी सुरक्षा के बीच फतेहगढ़ भेजा गया।
नैनी सेंट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक पी एन पाण्डेय ने बताया कि देर रात शासन से आदेश मिलने के बाद ही धनंजय सिंह को यहां से फतेहगढ़ जेल भेजने की तैयारी शुरू हो गई थी। उन्होने बताया कि धनजंय ने पिछले सप्ताह प्रयागराज के एमपी/एमएलए कोर्ट में सरेंडर किया था जिसके बाद उसे नैनी जेल में निरुद्ध किया गया था। नैनी सेंट्रल जेल में माफिया सरगना मुख्तार अंसारी के गुर्गो समेत कई दुर्दांत कैदी बंद है जिनसे धनजंय ने जान का खतरा बताया था।
मऊ के ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की लखनऊ में छह जनवरी को हत्या कर दी गयी थी जिसके बाद साजिश रचने के आरोपी धनंजय सिंह के खिलाफ लखनऊ की एक अदालत ने गैरजमानती वारंट जारी किया था। इसके बाद पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था। पूर्व सांसद की संपत्ति कुर्क करने की पुलिस तैयारी कर रही थी। इस बीच पांच मार्च को धनंजय सिंह ने एमपी-एमएलए कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। इसके बाद पूर्व सांसद को नैनी जेल भेज दिया गया था।