इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर के अपोलो हॉस्पिटल में जन्मजात ह्रदय संबधी रोगों से ग्रस्त 7 बच्चों की एक शासकीय योजना के तहत सफल शल्य चिकित्सा (हार्ट सर्जरी) की गई है। राज्य के कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट ने आज बताया कि दस वर्ष से कम आयु के इन 7 बच्चों के ऑपरेशन का खर्च और परिवहन का खर्च ‘राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम’ के तहत उठाया गया है। उन्होंने बताया कि ग्वालियर के रहने वाले इन बच्चों को जन्मजात ह्रदय संबंधी ऐसी समस्या थी, जिसका इलाज अविलम्ब ऑपरेशन कर किया जाना था। इसी क्रम में डॉ. निशित भार्गव से परामर्श किया गया। इसके बाद इनका सफल ऑपरेशन किया गया है।
आज उपचार के बाद सभी बच्चों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया हैं। आधिकारिक जानकारी के अनुसार इन बच्चों के उपचार में प्रति रोगी उपचार खर्च डेढ़ लाख रुपये किया गया है। हितग्राही बच्चों के नाम अनस कुरेशी, देवेंद्र कुशवाह, अर्जुन यादव, नैतिक बघेल, योगेंद्र कुशवाह, किरन रावत और एक अन्य बताये गए हैं। डॉ. भार्गव ने बताया कि प्रति वर्ष भारत मे ढाई लाख बच्चे ऐसे जन्म लेते है, जिनमें जन्मजात ह्रदय संबधि समस्या होती है। उन्होंने बताया कि अविलम्ब उपचार करा लेने से 95 प्रतिशत तक बच्चों को बचाया जा सकता है।