जम्मू। राज्यसभा के पूर्व सदस्य गुलाम नबी आजाद ने शनिवार को कहा कि राजनीति धर्म आधारित नहीं होनी चाहिए। गांधी गलोबल परिवार द्वारा आयोजित ‘शांति सम्मेलन’ में सभा को संबोधित करते हुए आजाद ने कहा कि मेरी राजनीति कभी भी धर्म या जाति पर आधारित नहीं थी और मुझे कहना होगा कि हर किसी को सरकार बनाने का अधिकार है लेकिन धर्म को राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए।’’ 

कांग्रेस पार्टी के जी -23 सदस्यों में से एक, आजाद ने द गांधी ग्लोबल फैमिली इवेंट के लिए अपने सहयोगियों को भी आमंत्रित किया है, जिसमें कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, आनंद शर्मा, भूपिंदर हुड्डा और राज बब्बर शामिल हैं। आजाद ने कहा,‘‘महात्मा गांधी की निस्वार्थ सेवा हमेशा हमारे साथ रहेगी और मैंने राजनीति में अपना करियर महात्मा के दर्शन से शुरू किया।’’ उन्होंने हालांकि कहा कि वह राज्यसभा से सेवानिवृत्त हुए हैं लेकिन राजनीति से नहीं। पूर्व जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमने राज्य की हार से अपनी पहचान खो दी है लेकिन हम इसकी बहाली के लिए लड़ेंगे।’’ 

जम्मू में भारतीय जनता पार्टी, नेशनल कांफ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी या यहां तक कि आरएसएस में से भी हर कोई चाहता है कि राज्य वापस आ जाए। उन्होंने देश में कांग्रेस को एक मजबूत ताकत बनाने के लिए सामूहिक लड़ाई और एकता की वकालत की।  उन्होंने कहा,‘‘चाहे वह जम्मू या कश्मीर या लद्दाख हो, हम सभी धर्मों, लोगों और जातियों का सम्मान करते हैं। हम सभी का समान रूप से सम्मान करते हैं, यही हमारी ताकत है और हम इसे जारी रखेंगे।’’ बाद में दिन में, आजाद ने गुरु रविदास जयंती के अवसर पर जम्मू-कश्मीर श्री गुरु रवि दास सभा द्वारा आयोजित एक सामाजिक समारोह में भी भाग लिया।

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