जबलपुर मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में पति की हत्या की साजिश रचने वाली महिला पूजा कोरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद जो खुलासा हुआ, उससे पुलिस भी हैरान है। महज 8वीं पास पूजा बेहद शातिर है।   

पूजा कोरी अपने मायके में पड़ोसी पंकज से प्यार करती थी। प्रेमी पंकज से शादी भी करना चाहती थी। इसलिए उसने मिलकर पति लोकेश दुबे की हत्या का प्लान बनाया। मर्डर के बाद मामला शांत होने पर शादी करने की योजना थी। पूजा के कॉल डीटेल से साजिश का राज खुला, क्योंकि घटना के अगले ही दिन पूजा ने अपना माेबाइल नंबर बदल दिया था। यहीं से पुलिस को शक हुआ।

पढ़िए पूरा घटनाक्रम शादी के 2 महीने बाद ही पूजा ने क्यों और कैसे रची साजिश

जबलपुर के त्रिमूर्ति नगर में 24 साल के लोकेश दुबे अपने परिवार के साथ रहते हैं। लोकेश के पिता ने लव मैरिज की थी। उनकी मां कोरी समाज से ताल्लुक रखती हैं। उनका मायका जबलपुर शहर से 8.5 किलोमीटर दूर अमखेरा गांव में है। लोकेश की मां का अपने मायके आना-जाना लगा रहता था। यहां उनकी नजर पड़ोस में रहने वाली 24 साल की लड़की पूजा कोरी पर पड़ी। उन्हें वह अपने बेटे लोकेश के लिए पसंद थी। लिहाजा, उन्होंने रिश्ता भिजवाया और 8 दिसंबर 2020 को पूजा और लोकेश की शादी हो गई।

पूजा पड़ोस में रहने वाले पंकज कोरी से प्यार करती थी, लेकिन परिवार के दबाव में उसने शादी के लिए हां कह दिया। दोनों की शादी में एक अड़चन यह भी थी कि पंकज रिश्ते में पूजा का ममेरा भाई लगता था। पूजा ने पुलिस को बताया कि उसने लोकेश दुबे से शादी तो कर ली, लेकिन शादी के एक महीने बाद ही वह उससे परेशान हो गई। वह पूजा की मर्जी के खिलाफ जाकर उससे संबंध बनाता था। यदि वह इसका विरोध करती तो लोकेश उसके साथ मारपीट करता था। इससे परेशान होकर उसने अपने प्रेमी पंकज से बात की। दोनों ने मिलकर लोकेश की हत्या की साजिश रची। लोकेश की हत्या के बाद मामला शांत होते ही पंकज और पूजा ने शादी करने की योजना भी बनाई थी।

लोकेश की हत्या के लिए पंकज ने तीन सुपारी किलर की व्यवस्था की थी। तीनों अमखेरा के ही रहने वाले थे। डील के मुताबिक पंकज ने तीनों को 18-18 रुपए दिए थे। हालांकि इनमें से एक आरोपी ने बाद में पंकज को ब्लैकमेल कर 12 हजार रुपए और ले लिए थे। बहरहाल, पूजा वारदात के पहले अपने मायके अमखेरा पहुंच गई। उसने पति लोकेश से कहा कि ठंड ज्यादा है और वह अपना शॉल भूल आई है।

लोकेश 16 जनवरी को शॉल लेकर अमखेरा पहुंचा। यहां से लौटते समय पंकज ने अपने 3 साथियों के साथ मिलकर उस पर हमला कर दिया। चारों मिलकर लोकेश की जिंदगी छीन लेना चाहते थे। उन्होंने उसके पेट, हाथ और जांघ पर चाकू से हमला किया, लेकिन किस्मत से लोकेश बच गया। किसी को शक न हो इसलिए घटना के बाद पूजा ससुराल आ गई और एकदम नॉर्मल होकर रहने लगी।

घटना के अगले दिन ही बदला नंबर

CSP अखिलेश गौर के मुताबिक शक यहीं पैदा होने लगा, जब लोकेश ने बताया कि वो आरोपियों से वारदात के पहले कभी नहीं मिला। पुलिस का शक पूजा पर आकर अटक गया। क्योंकि लोकेश ससुराल से लौट रहा था, इसलिए लाेकेश और पूजा दोनों के मोबाइल का 6 महीने का CDR (कॉल डीटेल रिकॉर्ड) निकाला गया। पुलिस को आश्चर्य हुआ कि लोकेश पर हमले के अगले दिन ही पूजा ने सिम चेंज कर ली।

पूजा के पुराने सिम का CDR निकालने पर उसके और पंकज के बीच बातचीत होने का रिकॉर्ड मिला। हमला होने तक उसकी पंकज से बात होती रही। पति पर हमले के बाद पूजा ने पंकज से बातचीत बंद कर दी थी। पुलिस ने जब पंकज कोरी का CDR निकाला तो परत दर परत मामला खुलने लगा। पूजा के साथ जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने वारदात कबूल ली।

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