भोपाल। प्रदेश में अगले माह संभावित नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के पहले राज्य सरकार समाधान आॅनलाइन और सीएम हेल्पलाइन की पेंडेंसी न्यूनतम करना चाहती है। इसके लिए कलेक्टरों से कहा गया है कि एक माह में पेंडिंग कम्प्लेन का 80 फीसदी निराकरण हो जाना चाहिए। समाधान आॅनलाइन में खासतौर पर 300 दिन से अधिक पुरानी शिकायतों पर फोकस कर उसे निपटाने के लिए कहा गया है।
राजस्व विभाग के सचिव द्वारा कलेक्टरों को दिए निर्देश में कहा गया है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा समीक्षा बैठक और समाधान आॅनलाइन में दिए निर्देश में कहा गया है कि सभी स्तरों की पेंडिंग शिकायतों की समीक्षा की जाए और यह देखा जाए कि आखिर इनकी पेंडेंसी की वजह क्या है? पेंडिंग कम्प्लेन किस नेचर की हैं। इसके लिए विशेष प्रयास कर इनका निराकरण कराया जाना है ताकि अगले माह पेंडिंग कम्प्लेन में 80 फीसदी का निराकरण हो जाए।
कलेक्टरों से यह भी कहा गया है कि लोक सेवा गारंटी के अंतर्गत तय समय सीमा निकलने के बाद भी जो केस निराकृत हुए हैं, उनके समय पर निराकृत न होने की वजह क्या रही है? इसकी समीक्षा करने के साथ यह भी देखें कि समय सीमा में सुविधा न दिए जाने पर अर्थदंड और शास्ति अधिरोपित करने के मामले में क्या एक्शन हुआ है? राशि जमा कराई गई है या नहीं, इसकी भी समीक्षा कलेक्टर कराएं।
कलेक्टरों से यह भी कहा गया है कि किसानों के मामले समाधान आन लाइन में जो पेंडिंग हैं, उन पर ध्यान दें। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि और प्राकृतिक प्रकोप व राहत राशि से संबंधित मामलों का निराकरण अगले माह हर हाल में किया जाए। साथ ही आगामी समाधान आॅनलाइन के विषयों और 300 दिन से अधिक समय तक पेंडिंग मामलों का निराकरण अगली समाधान आॅनलाइन के पहले कराया जाए।
उज्जैन में दो दिनों तक चलने वाले प्रशिक्षण में शामिल होने वाले सभी विधायकों और मंत्रियों के लिए एक होटल में प्रशिक्षण व रुकने की व्यवस्था की गई है। यह प्रशिक्षण मित्तल एवेन्यू होटल में होना है। होटल का हाल इतना बड़ा है कि 200 से अधिक लोग इसमें कोविड नार्म्स के साथ बैठ सकेंगे। सूत्रों का कहना है कि मंत्री-विधायक और पदाधिकारियों को एक साथ रोककर पार्टी उनके बीच समन्वय और संवाद के अधिकतम मौके उपलब्ध कराना चाहती है। इसलिए उन्हें एक साथ ठहराने का इंतजाम किया गया है। चूंकि हर विधायक व मंत्री के साथ स्टाफ के रूप में ड्राइवर और निज सचिव व ओएसडी होते हैं। इसलिए उनके रुकने का इंतजाम भी प्रशिक्षण स्थल के समीप किया गया है।
उज्जैन भाजपा नेताओं के मुताबिक मंत्रियों व विधायकों के स्टाफ को समीप के ही होटल्स में रुकने का इंतजाम किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मंत्रियों, विधायकों और स्टाफ समेत करीब पांच सौ लोगों के रुकने का इंतजाम उज्जैन भाजपा कर रही है।