भोपाल। कोरोना के टीकाकरण का काम तेजी से चल रहा है। राज्य सरकार जिस तेजी के साथ कोरोना के टीकाकरण में जुटी हुई है। वैसा उत्साह स्वास्थ्यकर्मियों में नजर नहीं आया। या यूं कहें कि टीकाकरण के लिए जिन कर्मचारियों की सूची मांगी गई थी अस्पतालों के संचालकों ने खानापूर्ति करने के लिए लिस्ट भेजकर कोविन पोर्टल में एंट्री करा दी। अब आलम ये है कि बुधवार को पहले चरण का टीकाकरण पूरा हो गया। पोर्टल पर दर्ज 36 हजार कर्मचारियों में से 24746 स्वास्थ्यकर्मी ही टीका लगवाने पहुंचे। छूटे हुए कर्मचारियों को टीका लगवाने के लिए तीन-चार बार तब बुलावा भेजा गया। लेकिन शहर के लगभग 12 हजार स्वास्थ्यकर्मी टीका लगवाने नहीं आए। कल यानि बुधवार को छूटे हुए स्वास्थ्यकर्मियों के लिए मॉपअप राउंड भी चलाया गया था। इसमें सिर्फ 30 फीसदी कर्मचारी ही टीका लगवाने पहुंचे।
36 हजार में से 4-4 हजार केन्द्र व राज्य स्तर के अधिकारी,कर्मचारी हैं। चांदबड़, मोतियापार्क, बरखेड़ी आंगनवाडी परियोजनाओं की सिर्फ 25-30 फीसदी आंगनवाडी कार्यकर्ताएं ही टीका लगवाने पहुंची हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की मानें तो 16 जनवरी को जब टीकाकरण शुरू किया गया था उस समय कोविन पोर्टल पर 29 हजार स्वास्थ्यकर्मी पंजीकृत थे। लेकिन इसके बाद रोज इनकी संख्या बढ़ती गई और अब तक 36 हजार हेल्थकेयर वर्कर पोर्टल पर दर्ज हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग अब तक कई बार बुलावा भेजकर 58735 स्वास्थ्यकर्मियों को बुला चुका है लेकिन अब तक सिर्फ 24746 कर्मचारी ही टीका लगवाने पहुंचे हैं।