भोपाल। मध्यप्रदेश में विपक्षी पार्टी कांग्रेस अपनी भूमिका ईमानदारी से नहीं निभा पा रही तो क्या भारतीय जनता पार्टी के नेता इस कमी को पूरा कर रहे हैं। गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने मध्यप्रदेश में अपनी व्यक्तिगत शराब नीति लागू करने की कोशिश की तो पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने उनके खिलाफ ना केवल मोर्चा खोल दिया बल्कि शराब मुक्त मध्यप्रदेश के अभियान का ऐलान भी कर दिया है। उल्लेखनीय है कि गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा चाहते हैं कि हर गांव में देसी शराब की दुकान हो ताकि लोगों को जहरीली शराब पीने से बचाया जा सके।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने ट्विटर पर अपना बयान जारी करते हुए लिखा है कि वे प्रदेश में 8 मार्च से वह शराबबंदी और नशामुक्ति के खिलाफ अभियान शुरू करेगी। उमा भारती ने लिखा कि उन्हें इस काम के लिए उनकी सहयोगी भी मिल गई है। उमा भारती ने लिखा कि नशा मुक्ति अभियान के लिए मुझे मेरी सहयोगी मिल गयी है, ”खुशबु” नाम की यह युवती मध्यप्रदेश की ही रहने वाली है, जो मुझे उत्तराखंड़ में मिली थी, वह मेरे गंगा प्रवास में शामिल होने आयी थी।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि मैंने उसमें निष्ठा एवं साहस दोनों देखे हैं, इसीलिए उसी समय उसका नाम “गंगा भारती” हो गया था। मैंने गंगा को 8 मार्च 2021 को महिला दिवस पर शराब एवं नशमुक्ति अभियान प्रारम्भ करने की तैयारी करने के लिये कहा है। आगे का विवरण वह स्वयं आप सबको 5 दिन बाद बताएगी।