भोपाल। अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के बैनर तले सैंकड़ों साहित्यकार भोपाल में जुट रहे हैं। देशभर के लगभग 300 साहित्यकार दो दिनों तक साहित्य के विभिन्न पहलुओं पर चिंतन-मंथन करेंगे। साहित्य परिषद् के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्रीधर पराड़कर के अनुसार साहित्य कार्यकर्ता प्रशिक्षण के नाम से आयोजित इस साहित्य समागम में अखिल भारतीय साहित्य परिषद् की सभी सक्रिय इकाइयों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
उल्लेखनीय है कि इसमें देशभर से चयनित कार्यकर्ताओं को ही आमंत्रित किया गया है। मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् के परिसर में आयोजित इस साहित्यिक समागम में अलग-अलग सत्रों में कई विषयों पर चर्चा और प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। श्री पराडकर के अनुसार दो दिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण में सभी प्रांतों और सभी भाषाओं के साहित्यकार ‘हमारा साहित्यिक दृष्टिकोण’, आगामी कार्यक्रम, साहित्य क्षेत्र और संगठन की समस्याएं तथा स्थानीय स्तर पर सफल प्रयोगों की चर्चा भी करेंगें। नवोदित साहित्यकारों को कविता, कथा और ललित लेखन का विधागत प्रशिक्षण दिया जायेगा।
श्री पराड़कर ने बताया कि इस अवसर पर 19 अक्टूबर को सर्वभाषा साहित्यकार सम्मान एवं अभिनंदन समारोह भी आयोजित किया गया है। इसके अंतर्गत प्रख्यात साहित्यकार डाॅ. नरेन्द्र कोहली, असमी साहित्यकार श्री यतीन गोस्वामी, सिन्धी श्री ज्ञानप्रकाश टेकचन्दानी, तेलुगु डाॅ. श्रीमती सूरपनेनि शेषरत्नम, मराठी श्री रमेश पतंगे, मलयाली श्री रमेशन नायर, कन्नड़ डाॅ. टी.वी. कट्टमणि, संस्कृत डाॅ. मिथिला प्रसाद त्रिपाठी, कश्मारी डाॅ. मोहनलाल सर, पंजाबी श्री जयगोपाल कोछर, बंगाली डाॅ. सुदीप बासु, उडि़या डाॅ. नागेन्द्र नाथ प्रधान और गुजराती श्रीमती वंदना शान्तइन्दु को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डा. मोहनराव भागवत सम्मानित करेंगे। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति और जनसंपर्क मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा विशिष्ट अतिथि होंगे। सम्मान समारोह की अध्यक्षता माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति श्री बृजकिशोर कुठियाला करेंगे।