नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2021-22 के लिए रसोई गैस सब्सिडी के मद में आवंटन में 61 प्रतिशत की कटौती की गई है जबकि मिट्टी के तेल पर सब्सिडी और उज्ज्वला योजना के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है। संसद में आज पेश बजट में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय को 15,943.78 करोड़ रुपये का आवंटन की किया गया है जो वित्त वर्ष 2020-21 के 42,901 करोड़ रुपये के आवंटन की तुलना में 62.84 प्रतिशत कम है। एलपीजी सब्सिडी के मद में 14,073.35 करोड़ रुपये का आवंटन प्रस्तावित है जो मौजूदा वित्त वर्ष 36,072.47 करोड़ रुपये के मुकाबले 60.99 प्रतिशत कम है।
खास बात यह है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जहाँ एक करोड़ और परिवारों को उज्ज्वला योजना के तहत एलपीजी कनेक्शन देने की बात कही है, वहीं इस मद में बजट में कोई आवंटन नहीं किया गया है। वित्त वर्ष 2019-20 में इस मद में 3,724 करोड़ रुपये खर्च किये गये थे। वित्त वर्ष 2020-21 के बजट में उज्ज्वला योजना के लिए 1,118 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया गया था जिसे बाद में संशोधित कर 9,690 करोड़ रुपये किया गया। यह वृद्धि मुख्य रूप से कोविड-19 के दौरान सभी उज्ज्वला लाभार्थियों को तीन नि:शुल्क सिलिंडर देने से हुई है। वित्त वर्ष 2021-22 में इसके लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया।
सीतारमण ने आज अपने बजट भाषण में कहा था ‘‘उज्ज्वला योजना से आठ करोड़ परिवारों को लाभ हुआ है। अब एक करोड़ और परिवारों तक इस योजना का विस्तार किया जायेगा।’’ मिट्टी के तेल पर सब्सिडी के मद में 2019-20 में 4,442.92 करोड़ रुपये खर्च किये गये थे। वित्त वर्ष 2020-21 में इसके लिए 3,659 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था जिसे बाद में संशोधित कर 2,982 करोड़ रुपये किया गया। अगले वित्त वर्ष में इसके लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है।
रसोई गैस सिलिंडर पर प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के लिए भी आवंटन 50 प्रतिशत से अधिक घटाकर 12,480 करोड़ रुपये किया गया है। इस मद में 2019-20 में 29,627.76 करोड़ रुपये खर्च किये गये थे। मौजूदा वित्त वर्ष के बजट में 35,605 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था जिसे संशोधित अनुमान में घटाकर 25,520.79 करोड़ रुपये कर दिया गया। वित्त मंत्री ने पेट्रोलियम मंत्रालय से जुड़ी अन्य घोषणाओं के बारे में बताया कि अगले तीन साल में 100 और शहरों में सिटी गैस वितरण नेटवर्क स्थापित किया जायेगा। जम्मू-कश्मीर में भी एक गैस पाइपलाइन परियोजना शुरू की जायेगी।