जबलपुर। मप्र के जबलपुर में हनुमानताल पुलिस ने एक ऐसे गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जो फर्जी बही, फर्जी नाम से लोगों की जमानत ले लेते थे। गिरोह के पास से पुलिस ने 14 फर्जी बही, 25 कोरी बही, विभिन्न तहसील न्यायालयों की 35 सील, 2 सील पैड, एक सीपीयू, एक कलर प्रिंटर, एक स्केनर, एक लैमिनेशन मशीन बरामद की है. गिरोह में महिला भी शामिल है जो पहले भी फर्जी जमानत के मामले में पकड़ी जा चुकी है। मामले में एक आरोपी फरार है जिसे पकडऩे के लिए पुलिस संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। 

पुलिस अधिकारियों के अनुसार मुन्ना उर्फ शौकत अली ने जमानत लेने के लिए गिरोह बनाया, जो फर्जी बही बनाकर जिला न्यायालय जबलपुर में फर्जी नाम से जमानत लेने का काम करता रहा, मुन्ना आज बकरा मंडी भानतलैया में अपने साथियों के साथ फर्जी बही रखकर जमानत लेने के लिए न्यायालय जाने की तैयारी में रहा। इस बात की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम पहुंच गई और घेराबंदी कर दबिश दी। पुलिस को देखते हुए सभी भाग निकले, पुलिस ने पीछा करते हुए एक महिला सहित पांच लोगों को हिरासत में ले लिया. वही अशरफ अली पिता मुन्ना उर्फ शौकत उम्र 28 वर्ष निवासी गाजी नगर भागने में सफल रहा।

तलाशी लेने पर तलाशी लेने पर मुन्ना उर्फ शौकत कूट रचित 2 नग बही (भू अधिकार ऋण पुस्तिका), शामिलात खातेदार रमजान, बबलू, गफ्फार, राजू पिता मोहम्मद सफी ग्राम डोंगरिया तहसीली बरगी के नाम की मिली जिसमें मुन्ना उर्फ शौकत की फोटो लगी हुई है। इसी प्रकार उदय दाहिया उर्फ पप्पू कूट रचित 2 नग बही खातेदार सुख्ुाआ पिता स्व. मनुआ निवासी ग्राम सुड्डी बडवारा जिला कटनी एवं 1 कूट रचित अधारकार्ड जिसमे नाम सुखुआ पिता स्व. मनुआ निवासी ग्राम सुदरसी अगरिया टेकाना थाना सिहोरा लेख है एवं उदय दाहिया की फोटो लगी है. इसी प्रकार सुरेश उर्फ लंगड के पास 1 कूट रचित बही जिसमें खातेदार भीकम पिता स्व. बाला प्रसाद ग्राम कुडेला तेन्दूखेडा जिला दमोह तथा एक कूट रचित आधारकार्ड जिसमें नाम भीकम ंिसह निवासी तेन्दुखेडा जिला दमोह लेख है एवं सुरेश उर्फ लंगड की फोटो लगी है, इसी प्रकार सद्दाम अली 2 नग कूट रचित खाली बही तथा श्रीमति सलमा बी 1 कूट रचित बही जिसमें खातेदार जैनुस्वा पति स्व. फैजुल्ला निवासी ग्राम खैरी कटंगी तहसील पाटन एवं 1 फर्जी कूटरचित अधारकार्ड जिसमें जैनुस्वा लेख है तथा दोनों में श्रीमति सलमा बी की फोटो लगी है रखे मिले, उक्त दस्तावेजो के सम्बंध में पूछताछ करने पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फर्जी नाम से जिला न्यायालय में पैसे लेकर जमानत का काम करना बताया।

पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सोहनलाल भाट के साथ मिलकर एवं शीलतामाई घमापुर निवासी महेन्द्र जैसवाल की फोटो कॉपी की दुकान में अधारकार्ड स्कैन कर फर्जी अधारकार्ड बनवा कर दस्तावेजो की फोटो कॉपी करवाकर फर्जी नामों से जमानत लेते रहे. सोहन लाल भाट एवं महेन्द्र जैसवाल को भी अभिरक्षा मे लेते हुये फर्जी अधारकार्ड, तैयार करने हेतु उपयोग मे लाये जाने वाले उपकरणों को जप्त किया गया है।

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