भोपाल ! उज्जैन- कोटा हाईवे पर रविवार दोपहर हुए एक भीषण सडक़ हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें उपचार के लिए उज्जैन में भरती कराया गया है। वहीं गाड़ी में सवार एक 12 वर्षीय बालिका सकुशल है। हादसा इतना भीषण था कि मृतकों के शव गाड़ी में ही चिपक गए थे, जिन्हें मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से बड़ी मशक्कत के बाद निकाला। शवों को देख लोगों की आंखें भर आई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, उज्जैन के लक्ष्मी नगर निवासी गवली परिवार के सदस्य अपने तीर्थ क्षेत्र सोरणजी की यात्रा पर गामा गाड़ी क्रमांक एमपी 44 बीसी 0829 से राजस्थान जा रहे थे। जैसे ही ये उज्जैन-कोटा हाईवे पर आगर-मालवा रोड स्थित मिडवे ढाबे के पास पहुंचे तभी सामने से आ रहे एक तेज रफ्तार कंटेनर से इनकी गाड़ी जा भिड़ी। कंटेनर कोटा से उज्जैन की ओर जा रहा था। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मौके पर ही ड्राइवर सहित पांच लोगों की मौत हो गई। मृतकों में सरिता पति महेश उम्र 32 वर्ष, बाबूलाल पिता छोटेलाल उम्र 65 वर्ष, अंशू पिता मनोज उम्र 11 वर्ष , तीनों उज्जैन निवासी, जबकि सीमा पति आरडी गवली उम्र 40 वर्ष, गोविंद पिता गंगाराम बागड़ी ड्राइवर दोनों नीमच निवासी थे। आगर थाना प्रभारी आरके चतुर्वेदी ने बताया कि सूचना पर जब पुलिस कल मौके पर पहुंचा तो वहां पर खून ही खून नजर आ रहा था। गाड़ी में सवार सभी लोग बेहोश पड़े थे। कुछ देर तो समझ ही नहीं आया कि इन्हें किस प्रकार से निकाला जाए। फिर एक तरफ का दरवाजा तोडक़र एक-एक कर इन्हें निकालना शुरू किया तो पता चला कि पांच लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से कुछ के शव सीट में ही चिपक गए थे, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल थे। वहीं एक बच्ची को मामूली चोट आई है। घायल लोगों को हमने पहले आगर के जिला अस्पताल भेजा जहां से तीन लोगों को उज्जैन रैफर कर दिया गया है। घायल बच्ची परखी का इलाज आगर अस्पताल में चल रहा है। टीआई ने बताया कि हादसे के बाद कंटेनर का ड्राइवर अमृत पिता श्रीराम निवासी कन्नौज, उप्र वहां से भाग निकला था,लेकिन कुछ ही देर बाद वह खुद ही थाने पहुंच गया। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।