भोपाल। पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह और लाखन सिंह के मामलों का टालने की तैयारी हो गई है। पिछले महीने गठित हुई अनुशासन समिति की आज पहली बैठक हुई। बैठक में एक दर्जन से ज्यादा मामलों पर विचार किया गया। इनमें से कुछ पर और तथ्य जुटाने के लिए शिकायत करने वालों को लिखा जाएगा। तथ्य यदि मिले तो समिति की दूसरी बैठक में इन मामलों पर विचार किया जाएगा।

सूत्रों की मानी जाए तो इन दोनों मामलों में और तथ्य जुटाने पर समिति में सहमति बनी है। ऐसा माना जा रहा है कि तथ्य जुटाने के नाम पर इन दोनों मामलों के टालने की तैयारी की जा रही है। दोनों ही मामलों पर तथ्य जुटाने के नाम पर बैठक में विचार नहीं हो सका। अगली बैठक में इस पर विचार करने की बात सामने आई है।

समिति के अध्यक्ष पूर्व गृह मंत्री भारत सिंह हैं। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री चंद्र प्रभाष शेखर समिति के उपाध्यक्ष हैं। समिति में पूर्व विधायक विनय दुबे, नन्ने लाल धुर्वे, बाबूलाल सोलंकी, रामेश्वर पटेल के साथ ही रिटायर्ड आईएएस अफसर अजीता बाजपेयी पांडे और सैयद साजिद अली सदस्य हैं।

गौरतलब है कि उपचुनाव के बाद सबसे चर्चित मामला मेहगांव सीट का है। भिंड जिले के कांग्रेस अध्यक्ष श्रीराम बघेल ने पूर्व मंत्री एवं लहार के विधायक डॉ. गोविंद सिंह पर मेहगांव सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार को हराने का आरोप लगाया था। उन्होंने जिले में बैठक कर डॉ. गोविंद सिंह के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने का दावा करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को भेजा था।  वहीं पूर्व मंत्री एवं विधायक लाखन सिंह ने नगरीय निकाय चुनाव के लिए ग्वालियर में हुई बैठक में कहा था कि कमलनाथ के सर्वे धरे के धरे रह गए। वे कहते रहे कि सभी सीट जीत रहे हैं। इस बयान का वीडियो वायरल हुआ था, हालांकि इस मामले की शिकायत ग्वालियर जिला कांग्रेस की ओर से नहीं की गई है।

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