सागर। चिटफंड कम्पनियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए सागर कलेक्टर दीपक सिंह ने सहारा इंडिया कंपनी की 101 एकड़ से अधिक जमीन कुर्क कर दी है। कुर्क भूमि से 12 करोड़ से अधिक की राशि जमाकर्ताओं को वापस जाएगी। कलेक्टर सागर ने निशांत जैन निवासी देवरी व अन्य के द्वारा सहारा क्रेडिट को-आॅपरेटिव सोसायटी लिमिटेड लखनऊ की सुनवाई के बाद यह फैसला लिया है। एसडीएम सागर को 15 दिन में जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा अधिकृत किए गए विशेष न्यायालय के समक्ष आवेदन प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
इस कम्पनी के विरुद्ध मिली शिकायतों की जांच अनुविभागीय अधिकारी सागर, देवरी, रहली, बण्डा, बीना से कराई गई। अनुविभागीय अधिकारी सागर के प्रकरण में सहारा इंडिया लिमिटेड के विरुद्ध नर्मदा अहिरवार सहित अन्य 09 लोगों की शिकायतें प्राप्त हुईं। इनसे कम्पनी ने 24.42 लाख जमा कराए थे।
निशांत जैन से कंपनी द्वारा 1.65 लाख तथा मुकेश कुमार चौरसिया से 95 हजार रुपए लिए गए थे। इसके अलावा अन्य लोगों के केस भी सामने आए। इसके बाद कलेक्टर सिंह ने तहसीलदार सागर एवं थाना प्रभारी मोतीनगर को आदेश दिया है कि कंपनी की चल-अचल संपत्ति को कुर्क करना सुनिश्चित करें तथा संपत्ति खुर्द – बुर्द न हो, इसकी व्यवस्था करें। यह आदेश मप्र निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2000 के तहत किया गया है। इसके साथ ही सहारा क्रेडिट को – आॅपरेटिव सोसायटी लिमिटेड कंपनी को चल एवं अचल संपत्ति को बेचने, दान अथवा अंतरित करने या अधिभारित करने पर रोक लगा दी गई है।
सागर कलेक्टर ने शिकायतों के बाद तीन चिटफंड कंपनियों पर एफआईआर भी दर्ज कराई है। कलेक्टर दीपक सिंह ने बताया कि चिटफंड कंपनियों की प्राप्त शिकायतों एवं राशि वापसी की 241 शिकायतें प्राप्त हुई थी जिनमें से 59 शिकायतों का निराकरण किया गया और 10.99 लाख की राशि शिकायतकर्ताओं को वापस की गई। कलेक्टर सिंह ने बताया कि मकरोनिया थाने में आॅल चैनल्स रिसर्च एंड प्रोकर्म रचना मेडिकल के सामने के विरुद्ध 65 लाख रुपए जमा कराने के मामले में एफआईआर हुई है।
इसी तरह मोती नगर थाने में गल्फ पैकिंग बिजनेस सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के नवाजीत खान, मुस्ताक, यूनुस खान राजपुर जिला हापुड़ उत्तर प्रदेश के खिलाफ दिल्ली के कर्मचारी राशि 3.07 लाख रुपए के मामले में और इसी थाने में सहारा इंडिया सहारा इंडिया परिवार सागर के मैनेजर पर 1.50 लाख जमा कराने के बाद नहीं लौटाने पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। सहारा इंडिया कंपनी की कुल 1042 शिकायतें प्राप्त हुईं हैं जिनकी राशि 12.80 करोड़ की वापसी के लिए 40.41 हेक्टेयर भूमि की कुर्की की गई है।