नई दिल्ली  । आयकर विभाग ने तमिलनाडु में एक आईटी सेज डेवलपर, उसके पूर्व निदेशक और स्टेनलेस स्टील आपूर्तिकर्ता पर छापेमारी में 450 करोड़ रुपए की अघोषित आय का पता लगाया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने रविवार को यह जानकारी दी। 

सीबीडीटी ने कहा कि यह छापेमारी चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद और कुड्डालोर में 16 परिसरों पर 27 नवंबर को की गई और अबतक छापेमारी में 450 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय का पता चला है। सूचना प्रौद्योगिकी विशेष आर्थिक क्षेत्र (आईटी सेज) के पूर्व निदेशक के मामले में कर विभाग को पिछले तीन साल के दौरान जुटाए गए 100 करोड़ रुपए के प्रमाण मिले हैं। यह राशि पूर्व निदेशक और उसके परिवार के सदस्यों ने जुटाई है।

बयान में कहा गया है कि आईटी सेज डेवलपर ने एक निर्माणाधीन परियोजना के लिए जाली कार्य प्रगति पर खर्च का दावा किया है। इसके अलावा कंपनी ने एक परिचालन वाली परियोजना के लिए बोगस 30 करोड़ रुपए के पूंजीगत खर्च का दावा किया है। साथ ही इस इकाई ने 20 करोड़ रुपये के गलत ब्याज खर्च को भी दिखाया है।

चेन्नई के स्टेनलेस स्टील आपूर्तिकर्ता के मामले में यह तथ्य सामने आया कि समूह तीन तरह की बिक्री – हिसाब-किताब के साथ, बेहिसाबी और आंशिक हिसाब-किताब वाली बिक्री, दिखा रहा था। प्रत्येक वर्ष बेहिसाबी या आंशिक हिसाब-किताब वाली बिक्री का कुल बिक्री में हिस्सा 25 प्रतिशत से अधिक है। अभी बेहिसाबी आय की गणना की जा रही है, लेकिन इसके करीब 100 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *