मुरैना। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बाजरा, ज्वार और धान के समर्थन मूल्य पर उपार्जन के समस्त इंतजाम चाक-चौबन्द रखे जायें। किसी भी स्थिति में किसानों को दिक्कत नहीं होनी चाहिये। जिला कलेक्टर प्रतिदिन उपार्जन की रिपोर्ट दें और उपार्जन व्यवस्था को सुचारू रखें। मुख्यमंत्री चौहान ने मुरैना जिले में बाजरा उपार्जन बाजरा व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए कहा कि बाजरा खरीदी केन्द्रों में तत्काल आवश्यकतानुसार बारदाना उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये। किसानों का एक-एक दाना बाजरा समर्थन मूल्य पर खरीदा जाये।
खरीदी, परिवहन, बारदाना और कृषकों को भुगतान आदि व्यवस्था चाक-चौबन्द रखी जाये। बाहर के राज्यों से बाजरा लेकर आने वाले ट्रकों तथा बाजरे को राजसात कर कड़ी कार्रवाई की जाये। अधिकारी उपार्जन केन्द्रों में भविष्य में होने वाली बाजरा की आवक का आंकलन कर अग्रिम रूप से सभी इंतजाम सुनिश्चित करें। चौहान ने कहा कि मैं जनता और किसानों के लिये कार्य कर रहा हूँ। किसानों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दूंगा।
उन्होंने कहा कि मैं किसानों से स्वयं मिलकर बात करूंगा। उनकी तकलीफ जानकर उसे दूर करूंगा। उन्होंने निर्देश दिए कि भोपाल से सीधे फोन पर किसानों से बात की जाये और उनकी उपार्जन से जुड़ी समस्याओं की जानकारी लें और उसका तत्काल निराकरण भी किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में धान का काफी उत्पादन हुआ है। उत्पादन को देखते हुये धान उपार्जन में बारदानें, परिवहन तथा समय पर भुगतान की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें।
उपार्जित धान का परिवहन बढ़ाने तथा किसान के खाते में उसकी फसल की भुगतान राशि तीन दिन के भीतर जमा कराई जाए। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार धान खरीदी केन्द्रों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है। इसबैठक में बताया गया कि 97 हजार मीट्रिक टन बाजरा का समर्थन मूल्य पर उपार्जन हो चुका है। 29 नवंबर और 30 नवंबर को बाजरा उपार्जन केन्द्रों में 900-900 गठान बारदाना की उपलब्धता, एक दिसंबर और 2 दिसंबर को 500-500 गठान बारदानों की उपलब्धता सुनिश्चित हो जायेगी। अभी 9 हजार 638 किसानों से बाजरा की खरीदी शेष है। करीब 38 हजार 400 कृषकों ने समर्थन मूल्य पर बाजरा बेचने के लिए पंजीयन कराया था।