ग्वालियर। भिण्ड जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर गोरमी में एक और किसान की सदमे से मौत हो गई। किसान की ओलावुष्टि और मूसलाधार बारिस में गेंहूॅ की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई थी जिससे वह काफी सदमे में था।
गोरमी के वार्ड नम्बर तीन निवासी किसान मोहन लाल शाक्य 42 वर्ष ने अपनी एक बीघा जमीन में गेंहूॅ की फसल बोई थी तथा चार बीघा जमीन किराए पर लेकर उसमें गेंहूॅ व सरसों की फसल बोई थी। ओलावुष्टि और बेमौसम बारिस ने उसकी पूरी फसल बर्बाद हो गई।
मृतक किसान मोहनलाल शाक्य की पत्नी पार्वती देवी ने बताया कि अपनी एक बीघा जमीन व चार बीघा किराए की जमीन में जो फसलें बोई थी वह आपदा में बर्बाद हो गई। उसके पति ने कर्जा लेकर खाद बीज लिए थे जब फसल ही बर्बाद हो गई तो कर्जा कहां से चुकाते और परिवार पालने के लिए खेती ही एक मात्र सहारा थी। खेती में हुए नुकसान का सर्वे तो हुआ लेकिन नुकसान कम दिखाने के कारण वह तीन दिन से काफी सदमे में थे। कि उनकी सदमे से कल मौत हो गई। उसके तीन पुत्र व दो पुत्री है।
भिण्ड जिले में 5 किसानों ने फांसी लगाकर व 5 किसानों कर सदमे से मौत हो चुकी है। किसानों का आत्म हत्या व सदमे से मरने का सिलसिला बराबर जारी है।