देवास. अनैतिक काम और निशक्त महिलाओं के शोषण का अ्डडा बने देवास (Dewa) के कबीर आश्रम पर आज प्रशासन का बुलडोजर चल गया. पुलिस ने यहां से एक बाबा और एक महिला को हिरासत में लेकर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कर लिया है.उस मूक बधिर और मंद बुद्धि युवती के नवजात शिशु और आश्रम स्टाफ की DNA जांच की जा रही है जो इस आश्रम में रहकर गर्भवती हुई थी.
आसाराम आश्रम की तर्ज पर देवास के इस कबीर आश्रम में भी महिलाओं का शोषण किया जा रहा था. यहां सेवा की जगह अनैतिक काम किया जा रहा था. इस आश्रम में निशक्त महिलाओं को बंधक बनाकर रखा गया था. मंगलवार को प्रशासन की टीम ने जब यहां छापा मारा तो टीम भी सकते में आ गयी. इस आश्रम में मानसिक और शारीरिक रूप से निशक्त महिलाओं को बंधक बनाकर रखा गया था. प्रशासन ने पूरे मामले में अज्ञात व्यक्ति पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर सभी को यहां से मुक्त कराकर वन स्टॉप सेंटर भेजा.
ऐसे खुली पोल
इस कबीर आश्रम की पोल तब खुली जब 6 नवम्बर को एक मूक बधिर महिला गर्भवती हो गयी और वो इलाज के लिए अस्पताल पहुंची.उसे देखकर प्रशासन सतर्क हुआ और उसके जरिये कबीर आश्रम तक टीम पहुंच गयी. प्रशासन ने प्रभावी कार्रवाई करते हुए आश्रम से पांच मंदबुद्धि और दो सामान्य महिलाओं को मुक्त करवाया.
संयुक्त कार्रवाई
बताया जा रहा हैं कि कबीर आश्रम के नाम से तम्बू में चल रहे इस फर्जी आश्रम में कुछ महिलाएं और युवतियां लंबे समय से रह रही थीं. अधिकारियों को इनके साथ अनैतिक कृत्य होने की भी शंका है. जिसकी अब जांच की जा रही है.यह कबीर आश्रम चूना खदान और जामगोद के पास था. जहां पुलिस प्रशासन, तहसीलदार, महिला एवं बाल विकास अधिकारी ने संयुक्त कार्रवाई की.
मंद बुद्धि युवती ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया
6 नवंबर को एक गर्भवती युवती को दो महिलाएं जिला अस्पताल में लावारिस छोड़कर चली गई थीं. यह युवती मंदबुद्धि होने के साथ मूकबधिर भी थी. जिसने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया. बच्ची के प्रति इस युवती का स्नेह और मातृत्व देखकर महिला एवं बाल विकास अधिकारी रेलम बघेल और अन्य अधिकारी बहुत प्रभावित हुए. सभी युवती और उसकी बच्ची को उसके परिवार की तलाश कर उन तक पहुंचना चाहते थे. लेकिन युवती मंदबुद्धि होने के साथ बोल भी नहीं पा रही थी. इस वजह से वो कुछ भी स्पष्ट नही बता पा रही थी. अधिकारियों ने युवती की काउंसलिंग करवाई कि वो कहां रहती थी, उस स्थान पर पहुंचने की कोशिश की.
युवती ने आश्रम का संकेत दिया
युवती ने जो स्थान बताया वह एक आश्रम निकला. अधिकारियों को इस आश्रम की गतिविधियों पर शक हुआ तो आगे तफ्तीश की गयी.उसमें पता चला कि आश्रम में छः और महिलाएं और युवतियां इस तरह की हैं. उसके बाद जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने रेस्क्यू करते हुए आश्रम से उन सभी युवतियों को मुक्त करवाया. युवतियों की काउंसलिंग के बाद अधिकारियों को उनके साथ अनैतिक कृत्य होने की आशंका है. जिसकी जांच की जा रही है.
आश्रम स्टाफ का DNA टेस्ट
मंदबुद्धि और मूक बधिर युवती के गर्भवती और बच्चे को जन्म देने के मामले में पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दुष्कर्म और अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है. साथ ही शिशु और आश्रम से जुड़े सभी पुरुषों की डीएनए जांच की जा रही है. पुलिस के मुताबिक डीएनए रिपोर्ट आने और जांच पूरी होने के बाद आश्रम में आगे की कार्रवाई की जाएंगी.