भोपाल। मप्र के उपचुनाव के बाद राजस्व जुटाना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है ऐसे में अब एक किलोवाट के उन उपभोक्ताओं पर निगाह है जिनका बिल अगस्त 2020 तक का बकाया है। चुनाव से पहले सरकार ने अगस्त तक के बिजली बिल का बकाया वसूली स्थगित कर दी थी। जिसे अब जनवरी 2021 से दोबारा वसूलने की तैयारी शुरू हो गई है। कंपनी की तरफ से अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश भी दिए जा चुके हैं। हालांकि प्रबंधन ने फिलहाल ऐसी वसूली को लेकर इंकार किया है।
बिजली कंपनियों को प्रदेश सरकार ने कोविड-19 के कारण 31 अगस्त 2020 तक की बिल बकाया राशि फिलहाल स्थगित करने के निर्देश दिए थे। 1 सितंबर 2020 से चालू माह की खपत के आधार पर बिजली बिल जारी हुए। सरकार के इस फैसले से जहां 70 लाख से ज्यादा बिजली उपभोक्ताओं को लाभ हुआ। वहीं बिजली कंपनियों के राजस्व में बेतहाशा कटौती हो गई। कई उपभोक्ताओं के साल-सालभर के बिजली के बिल जमा नहीं हुए थे। ऐसे में उन उपभोक्ताओं को भी बिल स्थगित होने का लाभ मिला। अब कंपनी बकाया वसूली तेज करने की तैयारी में है ऐसे में स्थगित बिल का एरियर भी दोबारा बिल में जोड़कर देने पर विचार किया जा रहा है। सूत्रों का दावा है कि जनवरी 2021 के बिल में राशि जोड़कर दी जानी है।
किश्तों में होगी वसूली
बिजली कंपनी बिल की राशि कैसे वसूलेगी इसको लेकर अभी साफ नहीं है। हालांकि अधिकारियों का मानना है कि उपभोक्ता से बकाया राशि एक मुश्त लेना मुमकिन नहीं होगा। कई माह का बिल एक साथ जोड़कर देने से आर्थिक बोझ भी बढ़ेगा ऐसे में संभव है कि कंपनी किश्तों में पिछला बकाया जमा बिल में जोड़कर भेजे। बिजली कंपनियों के अधिकारियों का कहना है कि शासन स्तर पर बकाया बिजली बिल वसूली को दो माह नवंबर और दिसंबर तक स्थगित रखने के निर्देश मिले हैं। बकाया वसूली कब की जानी है इस बारे में कोई निर्देश नहीं है। जैसे आदेश आएंगे उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।