गुना। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बमोरी के उकावद गाँव में मृतक विजय की पत्नी के साथ मुलाकात के समय कहा कि हम बिछुड़े को वापस नहीं ला सकते लेकिन उनके परिवार की जिम्मेदारी हमारी है। चौहान ने आज जिले के बमोरी के उकावद गाँव पहुंचकर मृत आदिवासी युवक विजय सहरिया के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने मृतक की पत्नी को शासकीय नौकरी और बच्चों की पढ़ाई का समुचित प्रबंध कराने का आश्वासन दिया। इस दौरान उन्होंने मृतक की पत्नी से घटना की पूरी जानकारी ली और कहा कि जो व्यक्ति हमसे बिछुड़ गया है, उसे तो वापस नहीं ला सकते, लेकिन विजय के परिवार की पूरी जिम्मेदारी हमारी है।
इसके साथ ही उन्होंने पीड़ति परिवार को न्याय दिलाने का भी आश्वासन दिया है। चौहान ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान आदिवासी युवक विजय सहरिया की मौत को दुखद बताते हुए कहा कि उसके परिवार के लिए पक्का मकान और 8 लाख 25 हजार रूपये की सहायता राशि प्रदेश सरकार की ओर से दी जाएगी। इसके अलावा 4 लाख रुपये संबल योजना के तहत पीड़ित परिवार को दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले 6 महीनों तक प्रभावित परिवार को पांच हजार रुपये प्रतिमाह गुजारा भत्ता भी दिया जाएगा।
दोनों बच्चों की शिक्षा का प्रबंध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कमजोर वर्ग के साथ होने वाले अन्याय को रोकने के लिए दृढ़ संकल्पित है। हमने ये फैसला लिया है कि अनुसूचित जनजाति वर्ग के गरीब लोगों को नियम विरुद्ध, बिना लाइसेंस के कोई भी कर्ज नहीं देगा। हमने विधानसभा के पिछले सत्र में ऐसे कर्जों को माफ किए जाने संबंधी कानून बनाया है।
अगर ऐसा कोई व्यक्ति कर्ज देता है और वसूली करता है तो वह कानूनन अपराध होगा। हमने प्रावधान किया है कि ऐसे व्यक्ति को 3 साल की सजा और जुर्माने से दंडित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर के कलेक्टर-एसपी को निर्देश दिए हैं कि इस कानून को सख्ती से लागू किया जाए।