नयी दिल्ली ! रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने मध्यप्रदेश के वित्त मंत्री जयंत मलैया और उनकी पत्नी के साथ चलती ट्रेन में हुई लूटपाट की घटना की उच्चस्तरीय जाँच के आदेश दे दिये हैं और इस मामले में समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
मध्यप्रदेश के वित्त मंत्री श्री मलैया एवं उनकी पत्नी भारतीय जनता पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय सचिव डा़ सुधा मलैया को आज तड़के मथुरा के निकट 22181 डाउन जबलपुर-हजरत नि जा मुद्दीन एक्सप्रेस में हथियारबंद अपराधियों ने चाकू की नोक पर लूट लिया और जान से मारने की धमकी देकर गाड़ी से कूद कर फरार हो गये। श्री मलैया अपने गृह नगर दमोह से नयी दिल्ली आ रहे थे।
श्री मलैया ने संसद भवन में रेल मंत्री सुरेश प्रभु से मुलाकात करके उन्हें घटना की पूरी जानकारी दी। बाद में श्री प्रभु ने संवाददाताओं को बताया कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और उन्होंने जाँच के आदेश दे दिये हैं और जाँच के नतीजे के आधार पर समुचित कार्रवाई भी की जायेगी।
इससे पहले श्रीमती मलैया ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं को बताया कि मथुरा स्टेशन के पास 20 से 30 साल आयु के पाँच युवक उनके प्रथम श्रेंणी वातानुकूलित कोच में उनके कूपे में जबरन घुस आये और चाकू दिखा कर उनके पर्स एवं श्री मलैया के पर्स से लगभग 20-25 ह•ाार रुपये नकद, उनके गले में पड़ी सोने की चेन एवं कुछ अँगूठियाँ छीन लीं और जान से मारने की धमकी देते हुए कूपे से निकल गये। उन्होंने बताया कि लुटेरों ने एक अँगूठी उतारने में कठिनाई होने पर उँगली काटने तक की धमकी दी थी।
उन्होंने बताया कि लुटरों के करीब पाँच -छह साथियों ने कोच अटेण्डेंट को घेर कर उसकी कनपटी पर देसी तमंचा तान रखा था। उन्होंने बताया कि उसके पहले दो अन्य कूपों में भी लूटपाट का शिकार बने लोगों ने जं•ाीर खींच कर गाड़ी रोकी तथा जब रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान आये और उन्होंने फायर किया तब कहीं लुटेरे भागे। अन्यथा वे पूरे कोच को लूटने की तैयारी में थे।
श्रीमती मलैया ने बताया कि आरपीएफ ने आगरा कंट्रोल रूम को सूचना दे दी थी लेकिन ना तो अगले स्टेशन पर गाड़ी रोकी गयी और ना ही हज रत नि•ाामुद्दीन स्टेशन पर सुरक्षा अधिकारी इस घटना की सुध लेने आया। उन्होंने घटना के दो घंटे के बाद गाड़ी ह•ारत नि•ाामुद्दीन स्टेशन पहुँचने के बाद राजकीय रेलवे पुलिस स्टेशन पर घटना की प्राथमिकी दर्ज करायी। प्राथमिकी दर्ज कराने के पहले जीआरपी को इस घटना की कोई सूचना या जानकारी नहीं थी।
चलती ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था पर ङ्क्षचता जताते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि ये संगठित अपराधियों का गैंग है जो इस प्रकार की घटनायें करता है। ऐसी खबर है कि इस घटना के पहले 12722 अप दक्षिण एक्सप्रेस में भी इसी गैंग ने लूटपाट की है। अगर ये अपराध इस दुस्साहसपूर्ण ढंग से होते हैं तो सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ सवाल ये हैं कि आरपीएफ ने हजरत नि•ाामुद्दीन स्टेशन पर कंट्रोल रूम को सूचना देने की बजाये आगरा को सूचना क्यों दी और आगरा ने दो घंटे बाद भी सूचना दिल्ली क्यों नहीं दी। आरपीएफ ने मौका ऐ वारदात पर बताया था कि उन्होंने फायर ज रूर किया था लेकिन उन्हें फायर करने की अनुमति नहीं हैं।
श्रीमती मलैया ने कहा कि कोच में भी सुरक्षा के इंत•ााम पुख्ता नहीं है। इस ओर भी ध्यान दिये जाने की जरूरत है।