भोपाल । मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार को अपने आइटम वाले बयान पर खेद व्यक्त किया है। कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने किसी को अपमान करने के लिए यह बयान नहीं दिया था। मालूम हो कि मध्य प्रदेश विधानसभा के उपचुनाव के प्रचार के दौरान कमलनाथ ने इमरती देवी को लेकर आइटम शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसके बाद बीजेपी समेत कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नाराजगी जताई थी। कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के उपचुनाव के प्रचार के आखिरी दिन कहा, ”मैंने जो बात कही वह सबके सामने कही। मैं लोकसभा में इतने साल रहा हूं, हमारी सीट आती है, जिसपर लिखा होता है आइटम नंबर-1, नंबर-2, नंबर-3। इस भाषा से मैं परिचित हूं। किसी का अपमान करने के लिए मैंने कुछ नहीं कहा और मैंने कहा मैं खेद व्यक्त करता हूं।

मध्य प्रदेश में 3 नवबंर को 28 सीटों के लिए विधानसभा का उपचुनाव होने जा रहा है। लेकिन, पिछले दिनों चुनाव प्रचार के दौरान राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने महिला मंत्री के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किए थे, जिसके विरोधियों ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की थी। इसके बाद, चुनाव आयोग ने कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा वापस ले लिया था। आयोग ने शुक्रवार को जारी एक आदेश में कहा था कि आदर्श आचार संहिता के बार-बार उल्लंघन और उन्हें (कमलनाथ को) जारी की गई सलाह की पूरी तरह से अवहेलना करने को लेकर आयोग मध्य प्रदेश विधानसभा के वर्तमान उपचुनावों के लिए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के राजनीतिक दल के नेता (स्टार प्रचारक) का दर्जा तत्काल प्रभाव से समाप्त करता है।

मलनाथ ने इमरती देवी को क्या कहा था?
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम ने एक चुनावी सभा में बीजेपी प्रत्याशी और मंत्री इमरती देवी को आइटम कह दिया था। इसके बाद से ही वे चारों ओर से घिर गए थे। कमलनाथ ने सफाई पेश करते हुए कहा था कि आइटम कोई अपमानजनक शब्द नहीं है। उन्होंने कई अजीबोगरीब तर्क देते हुए कहा था कि विधानसभा और संसद में भी आइटम नंबर कहा जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि वह नाम भूल गए थे और लिस्ट में आइटम नंबर 1, 2, 3 करके ही नाम लिखा जाता है।

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