मध्य प्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस-भाजपा नेताओं के एक दूसरे पर जुबानी हमले जारी हैं। अपने ऊपर किए जा रहे हमलों का जवाब देते हुए शनिवार को दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनकी चमड़ी मोटी है और उन्हें गालियों से फर्क नहीं पड़ता है। दिग्विजय ने कहा, ‘कुछ लोग मुझे गद्दार कह रहे हैं, लेकिन असल में गद्दार वे लोग हैं जो 35 करोड़ में बिक गए।’ पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद दिग्विजय ने यह बयान दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को कांग्रेस की स्टार प्रचारक सूची से हटाने पर कहा, ‘यह चौंकाने वाला आदेश हुआ है। 21 अक्टूबर के डबरा में कमलनाथ के बयान पर आयोग ने जवाब मांगा था। उन्हांने जवाब भी दे दिया था। 26 अक्टूबर को आयाग ने उन्हें एक निर्देश दिया कि आप अपनी भाषा को संयमित रखें। कल के निर्णय में कमलनाथ के 13 अक्टूबर के भाषण का जिक्र करके उन्हें स्टार प्रचारक की सूची से ही बाहर कर दिया।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि स्टार प्रचारक की सूची का अधिकार राजनीतिक दलों का है, आयोग को नहीं। इसलिए आयोग ने अपनी ही गाइडलाइन का उल्लंघन किया है। कमलनाथ ने जो कहा उससे ज्यादा गंभीर और उससे ज्यादा भद्दी बातें कमलनाथ के खिलाफ शिवराज सिंह चौहान, सिंधिया, कैलाश विजयवर्गीय और वीडी शर्मा ने कहीं हैं। उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। यह दोहरा मापदंड उचित नहीं है।
गद्दार वे जो 35 करोड़ रुपए में बिक गए : दिग्विजय ने कहा कि जनता चुनाव लड़ रही है, कितने कांग्रेसियों को बंद करोगे, बंद कर दो। 10 नवंबर को परिणाम आने के बाद पूरा प्रदेश दिवाली मनाएगा। खुद को गद्दार बताने के सवाल पर कहा कि मैंने यदि कोई गद्दारी की है तो मुझे स्वीकार है। लेकिन, वे जीते पंजे पर अब लड़ रहे हैं फूल पर तो ये गद्दारी उन्होंने की या मैंने की।