भोपाल ! राजधानी के बहुचर्चित दोहरे हत्या कांड का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया है। पुलिस ने बताया कि दिव्या के प्रेमी हरीश ने ही अपने नाबालिग दोस्त के साथ मिलकर इस हत्या कांड को अंजाम दिया था। हरीश इस बात से परेशान था कि उसके दिए हुए मोबाइल से दिव्या किसी और लड़के से बात क्यों करती है। इसके साथ ही पैसे का लेन-देन भी हत्या का बड़ा कारण बना।
उल्लेखनीय है कि ऐशबाग थानांंतर्गत नवीन नगर में रहने वाले राजू ललवानी की पत्नी सुनीता व बेटी दिव्या की दिन दहाड़ें धारधार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई थी। घटना के वक्त दोनों घर मेें अकेली थी। इस मामले में पुलिस को शुरू से ही मृतकाओं के पड़ोस में रहने वाले हरीश नामक युवक पर शक था।द इस पर पुलिस ने रविवार को उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपने एक नाबालिक मित्र के साथ मिलकर वारदात को अंदाम देना कबूल कर लिया। पुलिस अधीक्षक अंशुमान सिंह ने बताया कि सोमवार को दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर ले लिया गया है। आरोपियों का अभी डीएनए टेस्ट होना है, जिन्हें मौके पर मिले मौजूद साक्ष्यों से मिलाया जाएगा। पुलिस इस बात की भी जानकारी जुटा रही है कि, आखिर ऐसा क्या हुआ कि 21 साल के युवक ने अपने 16 साल के दोस्त के साथ मिलकर प्रेमिका और उसकी मां की बेदर्दी से हत्या कर दी।
किस्तों पर लिया था 17 हजार का मोबाइल: पुलिस के मुताबिक दिव्या की गारंटी पर हरीश ने दीपावली पर 17 हजार रुपए का एक मोबाइल फोन लोन पर लिया था। इस फोन की हर महीने 28,00 रुपए किश्त जमा करनी रहती थी। लेकिन, हरीश आखिरी किश्त नहीं दे रहा था। इसको लेकर उसका सुनीता और दिव्या से लगातार विवाद हो रहा था। शनिवार को दिव्या ने हरीश को फोन कर दोबारा किस्त के रुपए मांगे थे।
दूसरों से बात करने पर टोकता था: बताया गया है कि हरीश का दिव्या के साथ प्रेमप्रसंग चल रहा था। हरीश इस बात से परेशान था कि वह नौकरी क्यों कर रही है और दूसरे लड़कों से बात क्यों करती है। हरीश ने मोबाइल पर दिव्या के व्हाटसएप पर अन्य लड़कों के साथ चैटिंग को देख लिया था और गुस्से में आकर मोबाइल तोड़ दिया था। इस मोबाइल की किश्त बाकी थी जो दिव्या और उसकी मां सुनीता हरीश से मांगती थी। किश्त न देने पर वह पुलिस में रिपोर्ट करने की धमकी देती थी।
घटना वाले दिन हुआ था विवाद: पुलिस के अनुसार हरीश रजक अपने साथी के साथ दिव्या के घर पहुंचा। रुपयों को लेकर उनके बीच विवाद हुआ तो उसके साथी ने दिव्या का मुंह दबाया और हरीश ने चाकू से हमला कर दिया। पुलिस के मुताबिक हरीश के पिता हीरालाल रजक डीआरएम कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं, जबकि हरीश बैंक खातों के फॉर्म भरवाने का काम करता है। उसे प्रत्येक फॉर्म पांच रुपए मिलते हैं।